MVA Rally: 'महानगर पालिका, विधानसभा और लोकसभा चुनाव साथ में कराओ फिर...', उद्धव ठाकरे ने BJP को दी चुनौती
Maharashtra News: उद्धव ठाकरे ने कहा कि पीएम के पास गालियां गिनने का समय है, लेकिन उनकी पार्टी के लोग मुझे और आदित्य को रोज गाली दे रहे हैं. पीएम उन्हें क्यों नहीं रोक रहे हैं.
Uddhav Thackeray In MVA Rally: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और बीजेपी (BJP) को चुनौती दी. सोमवार (1 मई) को महाराष्ट्र दिवस के मौके पर मुंबई में आयोजित एमवीए की रैली में उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं अमित शाह को कहना चाहता हूं कि जमीन क्या होती है, ये आपको महाराष्ट्र की जनता बताएगी. महानगर पालिका, विधानसभा, और लोकसभा चुनाव साथ में करवाओ, फिर जमीन क्या होती है बता देंगे.
इस रैली में एनसीपी नेता अजित पवार, आदित्य ठाकरे, संजय राउत, महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले समेत एमवीए के कई नेता शामिल हुए. शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष ने कहा कि पीएम ने कर्नाटक चुनाव में कहा कि कांग्रेस ने मुझे अब तक 91 गालियां दी हैं. इस तरह की गालियों का मैं समर्थन नहीं करता, लेकिन आपके लोग जो मुझे और आदित्य को गाली देते हैं उस पर आप चुप क्यों हैं.
बीजेपी को दी चेतावनी
उद्धव ठाकरे ने बीजेपी को चेतावनी देते हुए कहा कि बीजेपी वाले हमारे लिए जिस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं हम भी उसी भाषा में जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि चीन देश का भूगोल बदल रहा है और सरकार देश का इतिहास बदल रही है.
"बुलेट ट्रेन के लिए कितने खोखे लिए"
उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर सवाल उठाते हुए पूछा कि हमारी मुंबई की धरती को बुलेट ट्रेन के लिए बेच दिया गया. ये बुलेट ट्रेन क्यों? मुंबई से अहमदाबाद कौन जाएगा? मुझे नहीं पता कि उन्होंने इससे कितने खोखे (पैसे) लिए हैं.
उन्होंने कहा कि यहां मुंबई और महाराष्ट्र की लूट हो रही है. ये सरकार चुपचाप देख रही है. सभी परियोजनाओं को दूसरे राज्यों में स्थानांतरित कर दिया गया है. अगर वे मुंबई को महाराष्ट्र से तोड़ते हैं तो मैं उन्हें तोड़ दूंगा.
"बारसू जाने से मुझे कोई नहीं रोक सकता"
पूर्व सीएम ने जोर देकर कहा कि बारसू पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर या बांग्लादेश नहीं है. ये महाराष्ट्र का हिस्सा है. मैं वहां जाऊंगा और मुझे कोई नहीं रोक सकता. उन्होंने घोषणा की कि वह 6 मई को बारसू का दौरा करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने बारसू को रिफाइनरी के लिए एक वैकल्पिक साइट के रूप में सुझाया था, लेकिन मैंने ग्रामीणों पर लाठियां, आंसू गैस या गोलियां चलाने और वहां रिफाइनरी स्थापित करने का सुझाव नहीं दिया था.
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