Shiv Sena: महाराष्ट्र की सियासत में बुधवार (10 जनवरी) को बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला, जब विधानसभा स्पीकर ने शिवसेना (शिंदे गुट) को असली शिवसेना करार दिया. इस फैसले को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब गुट) पचा नहीं पा रहा है. यही वजह है कि शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने बड़ा हमला बोलते हुए गुरुवार (11 जनवरी) को कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बीजेपी के गुलाम हैं. शिंदे के बेटे भी सांसद हैं, क्या उनको यहां परिवारवाद नहीं दिखता है. 


संजय राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे को परिवार की बात नहीं करनी चाहिए. उनका बेटा भी सांसद है. उद्धव ठाकरे ने उनके बेटे को उम्मीदवार बनाया था. सीएम शिंदे ने जिला प्रमुख की उम्मीदवारी काटकर अपने बेटे के लिए उम्मीदवार बनाई है. शिवसेना नेता ने पूछा कि क्या इसे परिवारवाद नहीं कहना चाहिए. क्या ये आपका परिवारवाद नहीं है. 


राउत ने कहा कि यह एक विचारधारा है, चाहे शरद पवार हो चाहे उद्धव ठाकरे हो. विचारधारा को लेकर उनके घर के लोग आगे चले जाते हैं. छत्रपति शिवाजी महाराज और उनके जो वंशज हैं, वह भी विचारधारा लेकर आगे बढ़े हैं. महाराष्ट्र सीएम को क्या पता परिवारवाद क्या होता है, वह तो बीजेपी के गुलाम हैं.


स्पीकर ने शिंदे गुट के वकील के तौर पर काम किया: संजय राउत


शिंदे गुट के विधायकों को अयोग्य नहीं ठहराए जाने पर राउत ने कहा कि मैं यही कहूंगा कि सुप्रीम कोर्ट में विधानसभा स्पीकर के ऊपर एक जिम्मेदारी दी है कि आप ट्रिब्यूनल का काम करते हुए न्याय देने का काम करिए. पहले वह शिवसेना में थे बाद में एनसीपी में चले गए. मगर बहुत से पार्टी बदलकर अब वह बीजेपी में हैं. 


उन्होंने कहा कि फिर भी उनको ट्रिब्यूनल बनाया गया है. उन्होंने बेईमान शिंदे गुट के वकील के रूप में काम किया है. मैं स्पीकर के खिलाफ नहीं ट्रिब्यूनल के खिलाफ बोल रहा हूं. अगर वो गलत है तो में गलत बोलूंगा. ये जो मुकदमा चल रहा था उसमें स्पीकर का रोल ट्रिब्यूनल का था. मैं उसके ऊपर बोलूंगा.  मैं विधानसभा के स्पीकर के ऊपर नहीं बोलूंगा चाहे उन्होंने कितनी भी गलती की हो.


हम लोग अयोध्या जाएंगे: संजय राउत


अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बात करते हुए संजय राउत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की अपनी बात है, लेकिन हम लोग जल्दी बहुत जल्दी अयोध्या में जाकर आएंगे. हमें किसी इनविटेशन की जरूरत नहीं है. इंडिया गुट के बहुत से ऐसे नेता हैं, जो वहां जाना चाहते हैं. हम ने यह तय किया है कि हम सब अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन करेंगे. मुझे लगता है रामलला किसी की निजी प्रॉपर्टी नहीं हैं.


लोकतंत्र को दी श्रद्धांजलि


संजय राउत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लोकतंत्र को श्रद्धांजलि भी दी है. एक ट्वीट में उन्होंने बताया है कि महाराष्ट्र में लोकतंत्र के खत्म होने से पूरा राज्य दुखी है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'भावपूर्ण श्रद्धांजलि- लोकतंत्र (1950 - 2023). शोकाकुल-महाराष्ट्र.' एक अन्य ट्वीट में राउत ने शायराना अंदाज में तंज कसते हुए लिखा, 'चश्मदीद अंधा बना, बहरा सुने दलील, झूठों का है दबदबा, सच्चा हुआ जलील...जय महाराष्ट्र!'






शिंदे गुट ही असली शिवसेना: विधानसभा स्पीकर


दरअसल, महराष्ट्र विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने अपने फैसले में कहा है कि शिवसेना में 21 जून, 2022 को बगावत हुई. इस तरह पार्टी से दो गुट सामने आए. इसमें एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला गुट ही असली शिवसेना है. शिवसेना (शिंदे गुट) को पहले ही तीर-कमान के तौर पर चुनावी सिंबल भी मिला हुआ है. स्पीकर ने शिंदे गुट के विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग वाली याचिकाओं को भी खारिज कर दिया. इसे उद्धव ठाकरे गुट की हार के तौर पर देखा गया है. 






स्पीकर के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी


वहीं, स्पीकर के फैसले के सामने आते ही उद्धव गुट ने इसका विरोध किया. संजय राउत ने कहा कि स्पीकर के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा. राउत पहले ही कह चुके थे कि महाराष्ट्र में मैच फिक्सिंग हो चुकी है और स्पीकर का फैसला उनके खिलाफ ही आने वाला है. यही वजह रही कि जैसे ही स्पीकर ने अपना फैसला सुनाया, वैसे ही उद्धव गुट ने सुप्रीम कोर्ट जाने का ऐलान कर दिया. 


समाचार एजेंसी से बात करते हुए राउत ने बुधवार दोपहर कहा कि महाराष्ट्र में शाम 4 बजे मैच फिक्सिंग होने वाली है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अवैध तरीके से सरकार चला रहे हैं. हमारे लिए ये अपराध है और वह एक आरोपी हैं. 


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