(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'बीजेपी कौन होती है निमंत्रण देने वाली, पॉलिटिकल इवेंट खत्म होने के बाद करेंगे हम लोग राम मंदिर का दर्शन'- संजय राउत
Ram Mandir Inauguration: अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है. इसके लिए तैयारियां अपने जोरों पर चल रही हैं. प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा जा रहा है.
Sanjay Raut on Ram Mandir: शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को बीजेपी का पॉलिटिकल इवेंट बता दिया है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी के पॉलिटिकल इवेंट खत्म होने के बाद हम लोग राम मंदिर का दर्शन करेंगे. बीजेपी का अयोध्या में प्रोग्राम चल रहा है. बीजेपी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में निमंत्रण देने वाली कौन होती है. हम लोग और शरद पवार निमंत्रण के इंतजार में नहीं हैं. हम लोग बाद में जाएंगे.
संजय राउत ने कहा है कि यह सरकार एक दिन अयोध्या को भी किसी उद्योगपति को दे दिया जाएगा. वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर से भारत जोड़ों यात्रा की तर्ज पर 'भारत न्याय यात्रा' करने वाले हैं. उनकी ये यात्रा मणिपुर से 14 जनवरी को शुरू होगी और मुंबई में 20 मार्च को खत्म होगी. इस यात्रा को लेकर संजय राउत ने कहा कि राहुल की यात्रा का हम स्वागत करते है. राहुल देश के नेता हैं. राहुल की यात्रा न्याय देने के लिए हो रही है.
अयोध्या जाने के लिए उद्धव को निमंत्रण की जरूरत नहीं: संजय राउत
इससे पहले, संजय राउत ने मंगलवार को कहा था कि अगले महीने भगवान राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अयोध्या जाने के लिए पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को निमंत्रण की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि शिवसेना का इस शहर से पुराना नाता है. राउत ने दावा किया कि जब बीजेपी ने 1992 में बाबरी मस्जिद को गिराने के लिए शिवसेना को दोषी ठहराया, तो शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे ने इसकी जिम्मेदारी भी ले ली थी.
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 22 जनवरी को होने वाला है. इसके लिए देशभर की पार्टियों को निमंत्रण भेजा जा रहा है. राउत से जब पूछा गया कि क्या उद्धव को प्राण प्रतिष्ठा के लिए निमंत्रण मिला है. इस पर उन्होंने कहा, 'अयोध्या जाने के लिए उद्धव ठाकरे को निमंत्रण की जरूरत नहीं है. हम बीजेपी से पहले से ही अयोध्या में हैं. विश्व हिंदू परिषद के नेता अशोक सिंघल मातोश्री में बैठकें करते थे, तब तो बीजेपी अस्तित्व में नहीं थी.'