नई दिल्ली: एयर इंडिया के एक कर्मचारी के साथ मारपीट वाले शिवसेना सांसद रवींद्र गायकवाड़ ने दूसरे नामों का इस्तेमाल करते हुए राष्ट्रीय विमानसेवा में कम से कम तीन बार सीट बुक करवाने का प्रयास किया. हालांकि तीनों बार उनके ये प्रयास विफल ही साबित हुए.
विमानन कंपनी के एक सूत्र ने बताया कि इस सप्ताह की शुरूआत में शिवसेना नेता के एक कर्मी ने एयर इंडिया के कॉलसेंटर में फोन करके बुधवार को मुंबई से दिल्ली आने वाले विमान एआई 806 में सीट बुक कराने की कोशिश की. कर्मी ने यात्री का नाम रवींद्र गायकवाड़ बताया. टिकट तत्काल ही निरस्त हो गया.
इसके बाद हैदराबाद से दिल्ली आने वाले विमान एआई 551 में एक सीट बुक कराई गई. यह सीट प्रोफेसर वी रवींद्र गायकवाड़ के नाम से बुक कराई गई. यह टिकट भी रद्द हो गया.
तीसरा प्रयास अगले दिन किया गया. इस बार नागपुर से मुंबई के रास्ते दिल्ली जाने वाले विमान में टिकट करवाने की कोशिश की गई. सांसद के कर्मी ने ‘‘प्रोफेसर रवींद्र गायकवाड़’’ के लिए टिकट बुक करवाने के लिए एक ट्रैवल एजेंट से संपर्क किया.
सूत्र ने कहा कि ट्रैवल एजेंट ने तत्काल स्थानीय स्टेशन प्रबंधक से संपर्क किया और सूचना एयर इंडिया के मुख्यालय को भेज दी गई. एयर इंडिया ने पूर्व में अपने सभी स्टेशन प्रबंधकों और बुकिंग अधिकारियों को एक ‘अस्वीकार्यता आदेश’ जारी किया था और उन्हें यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था कि ‘‘रवींद्र गायकवाड़ के संदर्भ में एयर इंडिया की सभी उड़ानों में उपद्रवी और असुरक्षित यात्री की स्वीकार्यता एवं यात्रा पर प्रतिबंध’’ का पालन किया जाए.
भारतीय उड्डयन इतिहास में एक अभूतपूर्व कदम के तहत शिवसेना के सांसद को पहले सभी बड़ी घरेलू विमानन कंपनियों में सफर करने से प्रतिबंधित कर दिया गया था. बीते गुरूवार को एयर इंडिया के एक वरिष्ठ कर्मचारी के साथ मारपीट करने पर गायकवाड़ के खिलाफ यह कदम उठाया गया था.
गायकवाड़ इस बात पर गुस्सा थे कि उन्हें विमान में बिजनेस क्लास की सीट नहीं दी गई थी. जबकि वह खुद ही एक ऐसे विमान में चढे थे, जिसमें सिर्फ इकोनॉमी क्लास की सीटें थीं.