नई दिल्ली: शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र में स्वार्थ के लिए राजनीति हो रही है. उन्होंने नेवी अफ्सर के साथ हुई मारपीट की घटना पर कहा कि राज्य में रहने वाले नागरिक का ये कर्तव्य होता है कि जो राज्य का प्रमुख है और संवैधानिक पद पर बैठा है, उसकी इज़्ज़त करे.


संजय राउत ने कहा, "अगर आप बदनामी करते हैं और कीचड़ उछालते हैं और उसके बाद लोगों के मन में गुस्सा पैदा होता है तो आप सरकार को क्यों दोष देते हैं. इससे सरकार का क्या संबंध है." उन्होंने कहा कि जिसने भी हमला किया है, उसने हमसे पूछ कर तो हमला नहीं किया. इतना बड़ा महाराष्ट्र है, ये किसी के साथ भी हो सकता है. उन्होंने कहा कि इस मामले में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी रुचि ले रहे हैं, लेने दो.


आपको बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद से महाराष्ट्र में जमकर राजनीति हो रही है. बीते दिनों बीएमसी ने कंगना रनौत के दफ्तर पर अवैध निर्माण का हवाला देते हुए बुलडोज़र चलाया, जिसके बाद आज कंगना ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की.


राज्यपाल से कंगना की मुलाकात के बीच ही संजय राउत ने विपक्ष पर महाराष्ट्र में राजनीति करने का आरोप लगाया है. इस बीच शिवसैनिकों द्वारा एक पूर्व नेवी अधिकारी मदन शर्मा पर हमला करने की घटना से भी महाराष्ट्र में सियासत गरमा गई है. संजय राउत ने हालांकि कंगना पर कोई बयान नहीं दिया, लेकिन उन्होंने मदन शर्मा मारपीट मामले को शिवसेना से जोड़ने पर इसे स्वार्थ की राजनीति करार दिया है.


राज्यपाल से मुलाकात के बाद कंगना क्या बोलीं?
राज्यपाल से मुलाकात के बाद कंगना रनौत ने कहा, ''मेरे साथ जो भी अन्याय हुई उसे लेकर बात की. वो हमारी अभिवावक हैं यहां पर. मुझे न्याय मिलेगा, ऐसी उम्मीद है. मैं कोई राजनेता तो हूं नहीं. मुझे हमेशा से इस शहर ने बहुत कुछ दिया है लेकिन अचानक ऐसा बर्ताव हुआ. मुझे राज्यपाल महोदय ने बेटी की तरह सुना है. मुझे उम्मीद है कि न्याय मिलेगा. हमारे देश के जो लोग हैं खासकर जो बच्चियां उनका सिस्टम में भरोसा बना रहे.''


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