पटना: राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में नीतीश कुमार की एंट्री की सुगबुगाहट के बीच अब पार्टी में घमासान मच गया है. आरजेडी के वरिष्ठ नेता रघुवंश सिंह ने अपनी ही पार्टी की कार्यशैली के खिलाफ आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को चिठ्ठी लिखी है. इस चिट्ठी को आरजेडी के दूसरे बड़े नेता शिवानंद तिवारी ने सही बताया पर साथ ही नीतीश कुमार को लेकर आपत्तिपूर्ण लिखित बयान जारी किया. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश के दरवाजे पर सीटी मारने वालों की कमी नहीं है.
शिवानंद तिवारी ने लिखा, "नीतीश कुमार की ओर ललचाई निगाह से देखने वालों की तादाद कम नहीं है. एक समय तो मैं भी उन लोगों में शामिल था. मेरी पहुंच तो उनके चौखट तक थी. मजनूं की तरह उनकी चौखट पर मैंने खूब सर मारा. लेकिन उनका दरवाजा नहीं खुला.''
आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने कहा, ''दरअसल, उनकी खिड़की पर सीटी बजाकर उन्हें ललचाने वाले लोग भूल जा रहे हैं कि वह एक मर्तबा नरेंद्र मोदी को तलाक देकर 2014 तक अकेले रहे. लेकिन जल्दी ही उन्हें एहसास हो गया कि अकेले उनकी सियासत का गुजर-बसर चलने वाला नहीं है. दरअसल, नीतीश कुमार अकेले रह ही नहीं सकते हैं. बगैर जोड़ी बनाए उनकी ‘सत्तामुखी’ राजनीति चल ही नहीं सकती है इसलिए लालू यादव से उन्होंने हलाला कर लिया.''
शिवानंद तिवारी ने कहा, ''नीतीश कुमार फिर पुरानी गलती दुहराने वाले नहीं हैं. हां, उनकी खिड़की पर सीटी बजाने वाले जब तक रहेंगे तब तक मोदी जी भी उनसे सशंकित रहेंगे. सावधानी के साथ नीतीश कुमार से बर्ताव करेंगे और उनके नखरों को सहन करते रहेंगे इसलिए नीतीश कुमार की आजकल बल्ले-बल्ले है.''
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