Gyanvapi Masjid Case: ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे में मिला 'शिवलिंग', जानिए- मुस्लिम पक्ष के वकील रईस अहमद अंसारी का क्या दावा है
Varanasi Masjid Survey: वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे पर मुस्लिम पक्ष के वकील रईस अहमद अंसारी ने सवाल उठाते हुए शिवलिंग मिलने वाले दावे को खारिज किया है और फव्वारा होने का दावा किया है.
Shivling In Masjid: वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में हुए सर्वे के काम खत्म हो गया. सोमवार को सर्वे की टीम ने नंदी की मूर्ति के पास बने कुएं का भी सर्वे किया. इस बीच हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि मस्जिद परिसर में वजू के लिए बने तालाब में शिवलिंग बना हुआ है. इसके बाद कोर्ट ने तालाब के आसपास के इलाके को सील करने का आदेश दे दिया और इसके पास आने जाने पर रोक लगा दी. अब मस्जिद में सिर्फ 20 लोगों को नमाज पढ़ने की अनुमति मिली है. इस मामले पर मुस्लिम पक्ष के वकील रईस अहमद अंसारी ने कहा है कि हिंदू पक्ष के इस दावे में कोई दम नहीं है. जिस जगह शिवलिंग मिलने का दावा किया जा रहा है वहां सिर्फ एक फव्वारा है और कुछ नहीं.
वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद का प्रबंधन करने वाली अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद समिति के एक वकील ने सोमवार को कहा कि याचिकाकर्ताओं का 'शिवलिंग' के बारे में दावा भ्रामक है. उन्होंने कहा है कि वजूखाना में कोई शिवलिंग नहीं पाया गया है.
शिवलिंग नहीं फव्वारा है
रईस अहमद अंसारी ने कहा है कि ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में शिवलिंग नहीं फव्वारा मिला है. हिंदू पक्ष जिस जगह शिवलिंग मिलने का दावा कर रहे हैं वहां पर फव्वारा मिला है जो खराब है. ये एक भ्रामक दावा है. उन्होंने कहा कि वो कोर्ट के इस आदेश से संतुष्ट नहीं है जिसमें कोर्ट ने वजूखाने को सील करने का आदेश दिया है. उनका कहना है कि कोर्ट ने जल्दबाजी में आदेश दे दिया है. इस आदेश के खिलाफ हम चुनौती देंगे.
इस सर्वे को लेकर कई तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. एक तस्वीर वो भी है जिसमें वजू करने वाली जगह पर शिवलिंग होने का दावा किया जा रहा है और मुस्लिम पक्ष इन दावों को खारिज कर रहा है.
बात निकली है तो दूर तक जाएगी
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे को लेकर केन्द्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि अगर इतिहास की बात करना है तो बात निकली है तो दूर तलक जाएगी. बेरोजगारी, महंगाई, वगैरह के जिम्मेदार औरंगजेब ही हैं.. प्रधानमंत्री मोदी नहीं, औरंगजेब ही हैं. अगले ट्वीट में ओवैसी ने शिवलिंग होने के दावा पर सवाल खड़े किए. उन्होंने जारी एक वीडियो में पूछा है कि मस्जिद कमेटी ने बताया कि वो शिवलिंग नहीं, फव्वारा था. अगर शिवलिंग मिला था तो कोर्ट के कमिश्नर को ये बात बतानी चाहिए थी. ओवैसी ने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद, मस्जिद थी और जब तक अल्लाह दुनिया को कायम रखेगा, वह मस्जिद ही रहेगी.