यूपी में सियासत के नए मोर्चे की सुगबुगाहट हुई तेज, शिवपाल यादव और डीपी यादव के नेतृत्व में एक मंच पर जुटेंगे यादव नेता
यूपी की सियासत में एक नए मोर्चे को लेकर सुगबुगहट तेज हो गई है. दरअसल प्रसपा के शिवपाल यादव और राष्ट्रीय परिवर्तन दल के डीपी यादव ने तमाम यादव नेताओं को एक मचं पर लाने की रणनीति बनाई है.
UP Politics: यूपी की सियासत में हलचल तेज हो गई है और नए मोर्चे की सुगबुगाहट भी अब होने लगी है. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) और बाहुबली डीपी यादव (DP Yadav) के नेतृत्व में राजधानी लखनऊ में एक मंच पर यादव नेता जुटने जा रहे हैं. बता दें कि यदुकुल पुनजार्गरण मिशन के तहत यादव नेताओं को लामबंद करने की तैयारी की जा रही है. चर्चा ये भी हो रही है कि सामाजिक एकजुटता के बहाने सियासी ताकत बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है.
गुरुवार से शुरू हो रहा है यदुकुल पुनजार्गरण मिशन
यदुकुल पुनजार्गरण मिशन के तहत डीपी यादव, बालेश्वर यादव, सुखराम यादव, हरिओम यादव समेत कई यादव नेता एक साथ मंच साझा करते नजर आएंगे. गुरुवार, 1 सितंबर से शुरू हो रहा ये मिशन प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का ये मिशन बीजेपी और समाजवादी पार्टी के लिए झटका साबित हो सकता है. यदुकुल पुनजार्गरण मिशन के लिए 250 यादव नेताओं को निमंत्रित किया गया है. वहीं शिवपाल याद का कहना है कि इस यदुकुल पुनजार्गरण मिशन का मुख्य उद्देश्य यादव बिरादरी के उत्पीड़न पर रोक लगाना है. शिवपाल यादव ने इसे सियासत की जगह सामाजिक संगठन का नाम दिया है. हालांकि चर्चा यही है कि ये आयोजन सियासी उद्देश्य के लिए ही हो रहा है और यादव नेताओं को 2024 लोकसभा चुनाव के लिए लामबंद किया जा रहा है.
शिवपाल और डीपी यादव नया मोर्चा खड़ा करने की कर रहे हैं कोशिश!
यदुकुल पुनजार्गरण मिशन के तहत शिवापल यादव अलग-थलग पड़े सपा और बीजेपी के यादव नेताओं को गोलबंद करने की रणनीति बनाई है जिसके चलते इन्हें एक मंच पर लाने की कोशिश की जा रही है. बता दे कि यूपी में यादव वोट बैंक 12 फीसदी होने का दावा किया जाता है. विधानसभा चुनाव 2022 में प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल समाजवादी पार्टी के विधायक बने थे लेकिन अब उनकी सपा से राहें अलग हो गई हैं. वहीं पूर्व सांसद डीपी यादव राष्ट्रीय परिवर्तन दल से है ऐसे में ये दोनों दिग्गज मिलकर एक नए मोर्चे को खड़ा करने की पुरजोर कोशिश में नजर आ रहे हैं.
ये भी पढ़ें