क्या BJP के करीब आ रहे हैं शिवपाल यादव? उनके इस कदम के बाद सियासी गलियारों में हो रही चर्चा
सपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में तनाव की खबरों के बीच शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) द्वारा हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) से की गई मुलाकात के बाद अटकलों को बल मिला था.
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) से कथित तौर पर नाराज शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi), उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा को ट्विटर पर फॉलो करना शुरू कर दिया है. जिससे उनके BJP के करीब आने की अटकलों को और बल मिला है. इस बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने दिल्ली में अपने पिता और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की है. हालांकि, पिता-पुत्र के बीच चली बैठक में किन बिंदुओं पर चर्चा हुई, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली. माना जा रहा है कि बदलती परिस्थितियों को लेकर अखिलेश यादव ने अपने पिता से बातचीत की.
सपा सूत्रों ने बताया कि अखिलेश-मुलायम (Akhilesh-Mulayam) की मुलाकात दो घंटे तक चली. दरअसल राजनीतिक हलकों में इस नये कदम को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी -लोहिया (पीएसपीएल) के प्रमुख शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) के सपा के नेतृत्व वाले गठबंधन को छोड़कर BJP में जाने की दिशा में एक और कदम के रूप में देखा जा रहा है. सपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में तनाव की खबरों के बीच शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) द्वारा हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) से की गई मुलाकात के बाद अटकलों को बल मिला था.
इस नये कदम की पुष्टि करते हुए पीएसपीएल के प्रवक्ता दीपक मिश्रा (Deepak Mishra) ने शनिवार को कहा कि नए साल में कुछ नया होना चाहिए. प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ शिवपाल जी ने शनिवार (हिंदू नव वर्ष का पहला दिन) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा को ट्विटर पर फॉलो करना शुरू कर दिया.’’ यह पूछे जाने पर कि क्या इस कदम को उनके भगवा खेमे में जाने की संभावना के रूप में देखा जाए? इस पर मिश्रा ने कहा कि वह संभावनाओं से इंकार नहीं करते.
उन्होंने अपनी संक्षिप्त टिप्पणी में कहा कि राजनीति में संभावनाएं हमेशा जीवित रहती हैं. शिवपाल सिंह यादव के ट्विटर हैंडल के अनुसार वह वर्तमान में बौद्ध आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा, भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री कार्यालय और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय सहित 12 ट्विटर हैंडल को फॉलो कर रहे हैं. मिश्रा ने यह भी कहा कि शिवपाल जी पहले से ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फॉलो कर रहे थे.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच दूरियां तब से बढ़ रही हैं जब शिवपाल को 26 मार्च को नव निर्वाचित सपा विधायकों की बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया था. शिवपाल यादव प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख हैं, लेकिन उन्होंने सपा के साइकिल चिह्न पर हाल ही में संपन्न विधानसभा का चुनाव लड़ा था. वह गत सोमवार को अखिलेश यादव द्वारा बुलाई गई विपक्षी गठबंधन की बैठक में शामिल नहीं हुए थे और एक विधायक के रूप में शपथ लेने में "देरी" की थी. नई विधानसभा में ऐसी अटकले लगायी जा रही हैं कि "चाचा-भतीजा" के बीच सब कुछ ठीक नहीं है.
शिवपाल यादव अगर पाला बदलते है तो कई लोगों को आश्चर्य नहीं होगा, क्योंकि कई मौकों पर अखिलेश ने खुद अपने चाचा पर आदित्यनाथ के संपर्क में रहने और भगवा पार्टी के प्रति नरम रुख अपनाने का आरोप लगाया है. राजनीतिक गलियारों में इस बात के कयास लगाये जा रहे हैं कि भाजपा शिवपाल को राज्यसभा भेज सकती है और जसवंतनगर सीट उनके बेटे आदित्य यादव को दे सकती है. इस बार शिवपाल सपा के चुनाव चिह्न पर अपनी पारंपरिक जसवंतनगर सीट से छठी बार जीते हैं.
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