Madhya Pradesh Election 2023: मध्य प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में सत्ता में आने के लिए कांग्रेस सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर कदम बढ़ा रही है. वहीं, दूसरी तरफ सत्ता में वापसी की कोशिश में जुटी भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सबको चौंकाते हुए गुरुवार (17 अगस्त) को 39 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी. आमतौर पर पार्टी चुनाव के ऐलान के बाद चुनाव समिति की बैठक करती है, जिसमें प्रदेश कमेटी की ओर से भेजे गए नामों पर चर्चा के बाद उम्मीदवारों का नाम घोषित किया जाता है, लेकिन इस बार बीजेपी ने ये परंपरा बदल दी है. 


इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'कांग्रेस कहती थी कि एक साल पहले उम्मीदवार घोषित करेंगे हमने कर भी दिया. युद्ध स्तर पर तैयारी हो रही है. एक बार फिर अमित शाह भोपाल आने वाले हैं. हमारी यात्राएं शुरू होने वाली हैं, हम भारी बहुमत से सरकार बनाएंगे.'


उम्मीदवारों को तैयारी का मौका
वहीं, मध्य प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, 'बीजेपी ने हारी हुई सीटों को जीतने के लिए उम्मीदवारों का पहले ही ऐलान करने का दांव चला है. राज्य में अक्टूबर- नवंबर महीने में चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में दो महीने पहले ही उम्मीदवारों का नाम घोषित करके पार्टी ने उन्हें तैयारी का पूरा मौका दिया है.'


2018 में भोपाल मध्य से हारी BJP
2018 में बीजेपी भोपाल मध्य से से हार गई थी. इस बार पार्टी ने यहां से पुराने खिलाड़ी ध्रुव नारायण सिंह पर दांव लगाया है, जिनका टिकट पिछली बार कट गया था. एक बार फिर से पार्टी द्वारा उम्मीदवार बनाए जाने पर ध्रुव नारायण एबीपी न्यूज से बात की और अपनी जीत का दावा किया. 


ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत
बता दें कि 2018 में कुल 230 सीटों वाली विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 114 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि बीजेपी 109 सीटे जीतने में कामयाब हो सकी थी. बाकी 7 सीटें अन्य के खाते में गई थी. हालांकि, 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के बाद राज्य में कांग्रेस की सरकार गिर गई थी और शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बन गए थे. 


सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर कांग्रेस 
अब बीजेपी ने हारी हुई सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर नई रणनीति बनाई है. उधर कांग्रेस सॉफ्ट हिंदुत्व के राह पर चलते हुए पहले से ही बीजेपी को घेर रही है. कांग्रेस अब करप्शन के आरोप लगा रही है.


यह भी पढ़ें- Rahul Gandhi Ladakh Visit: 'संवैधानिक संस्थाओं में अपने लोगों को बैठा रहा है RSS', लद्दाख में बोले राहुल गांधी