नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में पिछले 2 दिनों में हुई कई पदों पर नियुक्तियों को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल लालजी टंडन को खत लिखकर इन नियुक्तियों पर रोक लगाने की मांग की है. आपको बता दें कि पिछले 2 दिनों में कमलनाथ ने महिला आयोग की अध्यक्ष, राज्य में युवा आयोग के अध्यक्ष और मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के सदस्यों की नियुक्तियां की हैं.


शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल लालजी टंडन को खत लिखकर कमलनाथ सरकार द्वारा की जा रही नियुक्तियों पर रोक लगाने की मांग की है. पत्र लिखकर शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल को बताया है कि मध्य प्रदेश की वर्तमान सरकार अल्पमत की सरकार है. मुख्यमंत्री बहुमत सिद्ध करने का अवसर दिए जाने के बावजूद बहाने बनाकर बहुमत परीक्षण से बच रहे हैं. अल्पमत की सरकार लगातार ऐसी नियुक्ति करती जा रही है, जिसमें से कई नियुक्तियां संवैधानिक प्रकृति की हैं एवं जिनका निश्चित कार्यकाल होता है, जैसे राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष, राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष और मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के सदस्य इन सभी की नियुक्तियां 24 घंटे के भीतर ही कमलनाथ सरकार ने की है.


पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खत में आगे लिखा कि संवैधानिक संकट के समय कोई भी महत्वपूर्ण नियुक्ति या स्थानांतरण का अधिकार संविधान के अनुच्छेद 163 166 के तहत राज्यपाल में निहित होता है. इसलिए कमलनाथ सरकार को निर्देशित करें कि वे इन अधिकारों का दुरुपयोग वर्तमान की अल्पमत की स्थिति में ना करें. शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल से अनुरोध किया है कि तीन दिवस में अल्पमत की कमलनाथ सरकार द्वारा लिए गए सभी निर्णय पर रोक लगाने की कृपा करें.


इस पत्र पर शिवराज सिंह चौहान के अलावा बीजेपी के अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और विधानसभा में विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव के हस्ताक्षर हैं.


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