कांग्रेस ने साधा शिवराज पर निशाना
दरअसल शिवराज सरकार ने भोपाल के एक बड़े अखबार के कुल 24 पन्नों में से 23 पन्नों पर सरकारी विज्ञापन छपवाया है. सरकार विज्ञापनों की मदद से प्रचार अभियान पर कई सौ करोड़ रुपए खर्च कर रही है. ये सरकारी योजनाओं की पुस्तिका है, जिसे विज्ञापन के अंदाज में अखबार में छापा गया है. कांग्रेस का आरोप है कि सरकारी की इन योजनाओं ने जमीन पर दम तोड़ दिया है इसलिए विज्ञापनों में इतना बढ़ावा दिया जा रहा है.
3 सालों में विज्ञापन पर खर्च किए 800 करोड़!
इस साल मार्च में विधानसभा में जनसंपर्क मंत्री ने कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को बताया कि पिछले पांच सालों में विज्ञापन और विशेष अवसरों पर प्रचार के लिए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में 3 अरब 15 लाख 43 हजार 55 हजार 232 रुपए खर्च किए गए हैं. इसके अलावा सरकार ने पिछले साल 17 जुलाई को बताया था कि पिछले तीन सालों में सिर्फ विज्ञापन पर ही 800 करोड़ रुपए खर्च कर दिए.
डेढ़ लाख करोड़ रुपए के खर्ज में डूबी हुई है सरकार
विज्ञापनों पर ये खर्च तब किया जा रहा है जब शिवराज सरकार डेढ़ लाख करोड़ रुपए के खर्ज में डूबी हुई है. मगर सरकार के नुमाइंदे इस खर्च को वाजिब बताते हैं. इतना ही नहीं शिवराज सरकार लगातार आयोजन और यात्राएं निकालकर भी पैसा खर्च करती आ रही है. पिछले साल निकाली गई नर्मदा यात्रा पर ही 24 करोड़ से ज्यादा खर्च किया गया, जिसका बड़ा हिस्सा सिर्फ प्रचार प्रसार पर खर्च हुआ.