नई दिल्लीः महाराष्ट्र में बीएमसी चुनावों के बाद मेयर पद के लिए खींचतान अभी जारी है. आज शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुंबई के मेयर पद पर फैसला करने के लिए बैठक की थी जो अब खत्म हो चुकी है. बैठक के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा कि मेयर पद तो शिवसेना का ही होगा. शिवसेना की ये बैठक उद्धव ठाकरे ने बंद कमरे में ली थी.


मुंबई में BMC चुनावों में किसी को बहुमत ना मिलने से खड़े संकट को सुलझाने के लिए शिवसेना की बैठक हुई है. बैठक में चर्चा इस बात पर भी हुई है कि बिना बीजेपी के बीएमसी में बहुमत कैसे हासिल किया जाए?


227 सीटों की बीएमसी में बहुमत के लिये जादुई आंकडा 114 सीटों का है. इस आंकडे की जितनी सीटें न तो शिवसेना हासिल कर पायी है और न ही बीजेपी. जाहिर है सत्ता हासिल करने के लिये दोनों को दूसरी पार्टियों का सहारा लेना पड़ेगा. हालांकि शिवसेना बीजेपी को मेयर पद से बाहर रखने के लिए हर गणित लगा रही है और वो बीजेपी के साथ मेय़र नहीं बनाना चाहती.


शिवसेना का बहुमत कैसे होगा?
सूत्रों के मुताबिक 227 सदस्यों की बीएमसी में मेयर पद की वोटिंग के दौरान 9 मार्च को कांग्रेस और एनसीपी सदन में न जाकर बाहर रह सकती हैं जिससे सदन की कुल तादाद 187 हो जाती है जिसके लिए बहुमत का आंकड़ा खिसककर 94 हो जाएगी. फिलहाल 84 सीट शिवसेना की और 4 निर्दलीय उसके साथ आ चुके हैं. एक और निर्दलीय गवली की बेटी गीता गवली का भी उनके साथ आना तय हो चुका है इस तरह ये आंकड़ा 89 का हो गया है. राज ठाकरे के 7 पार्षद भी शिवसेना के साथ आने वाले हैं. इस तरह शिवसेना का आंकड़ा 96 हो जाएगा और बहुमत के 94 के आंकड़े के ऊपर पहुंच जाएगा.