Saamana on EC and PM Modi: शिवसेना (यूबीटी) ने अपने मुखपत्र सामना (sammana) के जरिए केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला है. शिवसेना ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2024) को केंद्र सरकार ने ‘हाईजैक’ कर लिया है.
सामना के संपादकीय में सूरत और इंदौर में भाजपा के उम्मीदवारों की निर्विरोध जीत का जिक्र करते हुए लिखा कि भाजपा को चुनाव हैक करने का सूत्र मिल चुका है. लेख में कहा गया कि कांग्रेस को खत्म करने का दावा करने वाले मोदी और अमित शाह कांग्रेस से डरे हुए हैं.
लेख में शिवसेना ने कहा कि सूरत में लोकसभा चुनाव भाजपा ने निर्विरोध जीत लिया. कांग्रेस उम्मीदवार के आवेदन को खारिज कर दिया. बाकी उम्मीदवारों को पीछे हटने के लिए मजबूर होना पड़ा और जिला कलेक्टर ने भाजपा उम्मीदवार को विजेता घोषित कर दिया.
चुनाव पर कब्जा करना चाहती है बीजेपी- सामना
उन्होंने आगे कहा कि सूरत की ही पुनरावृत्ति मध्य प्रदेश के इंदौर में हुई. कांग्रेस उम्मीदवार पर दबाव बनाकर इनका नामांकन वापस करवाया गया. भाजपा नेता सीना ठोककर खुलेआम कहते हैं कि भविष्य में कई निर्वाचन क्षेत्रों में ऐसा ही होगा. इसका मतलब यह है कि भाजपा चुनाव में वोटिंग कराए बिना ही चुनाव पर कब्जा करना चाहती है.
सामना में लिखा, संसद में विपक्षी सांसदों को निलंबित करने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि एक झटके में 150 विपक्षी सांसदों को निलंबित करने वाली सरकार किसी भी स्तर तक जा सकती है. उन्होंने कहा प्रधानमंत्री के पद पर रहते हुए नरेंद्र मोदी को अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अमित शाह भी लगातार अशोभनीया भाषा का इस्तेमाल करते रहे हैं.
‘मोदी युग में इंसानों को बंदर बनाया गया’
शिवसेना ने लिखा, मोदी ने अपने उद्योगपति मित्रों का कर्ज माफ कर दिया लेकिन किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य तय नहीं कर पाए. लेख में पीएम मोदी और पंडित नेहरू की तुलना की गई और कहा गया कि नेहरू का कार्यकाल व्यक्तित्व और नीतियों से प्रभावित था. नेहरू ने बंदरों को इंसान बनाया. मोदी युग में उन्हीं लोगों को फिर से बंदर बनाया और देश को पाषाण युग में पहुंचा दिया गया. लेख में पीएम मोदी पर भारत को कट्टरता की ओर ले जाने का आरोप लगाया गया है. शिवसेना ने लिखा, वैज्ञानिकता और आधुनिकता के पथ पर चल रहे भारत को पीएम मोदी बुरे मार्ग पर ले जा रहे हैं.
वैक्सीन, महंगाई और रेवन्ना मामले को लेकर घेरा
शिवसेना ने एस्ट्रजेनका (astrazeneca) के ताजा कबूलनामे को लेकर भी पीएम पर वार किया. लेख में कहा गया कि वैक्सीन सर्टिफिकेट पर मोदी ने खुद की फोटो छपवाकर प्रचार किया, लेकिन अब खुलासे के बाद वैक्सीन सर्टिफिकेट से उनकी तस्वीर गायब कर दी गई. सामना में लेख के जरिए शिवसेना ने पीएम को महंगाई के मुद्दे पर भी घेरा. साथ ही कर्नाटक के प्रज्वल रेवन्ना सेक्स कांड (prajwal revanna sex scandal) को लेकर भी बीजेपी पर वार किया. अब मतदाताओं को निर्णय लेना है कि लोकतंत्र में चुनाव को ‘हाईजैक’ करने वालों के हाथ में देश अब नहीं रहन चाहिए या नहीं.
(इनपुट- कृष्णा)