नई दिल्ली: रोक लगने के कुछ देर बाद ही संयुक्त किसान मोर्चा का ट्विटर अकाउंट फिर से बहाल हो गया है. इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने ट्विटर को लगभग 250 ट्वीट्स / ट्विटर अकाउंट को ब्लॉक करने का निर्देश दिया था, जो शनिवार 30 जनवरी को #ModiPlanningFarmerGenocide हैशटैग का उपयोग कर रहे थे. इसके मद्देनजर ट्विटर ने संयुक्त किसान मोर्चा का अकाउंट बंद कर दिया गया था.
ट्विटर के इस फैसले की आलोचना भी हुई. जिन एकाउंट पर रोक लगायी गयी है उनमें किसान एकता मोर्चा और बीकेयू एकता उग्राहन (एट द रेट ऑफ बीकेयूएकताउग्राहन) का नाम था. इन दोनों के हजारों फोलोवर हैं. इसके अलावा कई व्यक्तियों और संगठनों के एकाउंट रोक दिये गये हैं जिनमें एक मीडिया संगठन का एकाउंट है. इस घटनाक्रम पर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गयी.
ट्विटर के अनुसार जब किसी एकाउंट पर रोक लगायी जाती है तो उसका मतलब है कि सोशल मीडिया मंच उचित कानूनी मांग के जवाब में पूरे एकाउंट पर रोक लगाने के लिए बाध्य है. गणतंत्र दिवस पर यहां ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के आलोक में यह कदम उठाया गया. इस हिंसा में एक व्यक्ति की जान चली गयी थी और पुलिसकर्मियों समेत सैंकड़ों लोग घायल हुए थे. किसानों ने तीन नये कृषि कानूनों के विरोध में यह परेड निकाली थी. दिल्ली पुलिस गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा की जांच कर रही है. उसने कई प्राथमिकियां दर्ज की है तथा कई किसान नेताओं पर मामले दर्ज किये हैं.
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