नई दिल्ली: यूपी का सीएम बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के मुखपत्र पांचजन्य को पहला इंटरव्यू दिया है. इस इंटरव्यू में योगी ने अयोध्या में राम मंदिर बनाने के मुद्दे पर भी अपनी राय रखी है. इंटरव्यू में सीएम योगी ने राम मंदिर के साथ-साथ बूचड़खानों पर भी बात की है.


सौहार्दपूर्ण तरीके से हो समस्या का समाधान
राम मंदिर निमार्ण को लेकर सीएम योगी ने कहा 'दोनों पक्ष अगर बातचीत के जरिए विवाद का समाधान निकालते हैं तो अच्छा रहेगा. मैं माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आब्जर्वेशन का स्वागत करूंगा. सरकार चूंकि वाद में नहीं है, तो जो दो पक्ष हैं दोनों बातचीत के माध्यम से कोई रास्ता निकालें. सरकार को कहीं सहयोग करना है, तो उस पर सरकार सहमत है. अच्छा होगा कि सौहार्दपूर्ण तरीके से इस समस्या का समाधान हो.'


योगी ने आगे कहा 'सब कुछ मौजूद है. जो लड़ाई थी उस पूरी लड़ाई को तो 30 सितंबर, 2010 का न्यायालय का फैसला स्पष्ट कर देता है. तो जब सब स्पष्ट हो चुका है तो मुझे लगता है कि विवाद का बातचीत से ही समाधान हो तो बहुत अच्छा होगा और अच्छा संदेश जाएगा. हमने दोनों पक्षों से आग्रह किया है कि संवाद बनाइये, समाधान का रास्ता निकालिए.'


अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट की अहम टिप्पणी
राम मंदिर से जुड़े मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में कहा था 'यह एक संवेदनशील और भावनात्मक मामला है. संवेदनशील मसलों का आपसी सहमति से हल निकालना बेहतर है. इस विवाद का हल तलाश करने के लिए सभी संबंधित पक्षों को नये सिरे से प्रयास करने चाहिए.' सुप्रीम कोर्ट की इस अहम टिप्पणी के बाद एक बार फिर से राम मंदिर का मुद्दा उठने लगा था. लेकिन इस विवाद पर मध्यस्ता को लेकर कोई खास बात नहीं बन सकी.


राम जन्मभूमि विवाद पर रोज सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इन्कार
राम जन्मभूमि विवाद पर रोज सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट ने इन्कार कर दिया था. इस विषय पर बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने जल्द सुनवाई की अर्जी दी थी. सुप्रीम कोर्ट ने स्वामी की अर्जी पर कहा कि अभी हमारे पास इस केस की जल्द सुनवाई करने का वक्त नहीं है.