Shraddha Murder Case: दिल्ली के मेहरौली (Mehrauli) में अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा की हत्या कर उसके शव के 35 टुकड़े करने वाले आरोपी आफताब को लेकर रोजाना नये खुलासे हो रहे हैं. अब इस मामले में श्रद्धा के पिता विकास वालकर (Vikas Walker) ने आरोपी को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है. आफताब ने एबीपी न्यूज से सहयोगी चैनल एबीपी माझा से खास बात करते हुए कहा कि वो श्रद्धा की शादी का रिश्ता लेकर उसके घर गए थे, लेकिन आफताब (Aftab) ने शादी करने से इनकार कर दिया था. यही नहीं आफताब के घरवाले भी श्रद्धा से उसकी शादी को लेकर राजी नहीं थे. 


श्रद्धा के पिता ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत करते हुए ये भी आरोप लगाया कि उनकी बेटी की हत्या में आफताब और उसके घरवाले भी शामिल हैं. बता दें कि श्रद्धा के मर्डर की खबर सामने आने के बाद से आफताब का परिवार भी गायब है. पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है और उनके खिलाफ सबूत भी इकट्ठा करने की कोशिश कर रही है.


2019 में शादी का प्रपोजल लेकर गए थे


एबीपी माझा से फोन पर बात करते हुए श्रद्धा के पिता विकास वालकर ने बताया कि वो और उनकी पत्नी हर्षिला वाल्कर अगस्त 2019 में शादी का प्रस्ताव लेकर आफताब के घर गए थे. विकास वाल्कर ने आफताब के घरवालों से कहा दोनों की शादी कराने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन उन्हें अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिला. उन्होंने कहा कि वो अपनी पत्नी के साथ आफताब के माता-पिता से मिलने उनके घर गये थे, लेकिन आफताब के चचेरे भाई ने हमें यह कहते हुए बेइज्जत किया कि फिर कभी दरवाजे पर मत आना. अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद वह बेबस हो गये और फिर कभी उससे मिलने की कोशिश नहीं की.


उन्होंने कहा कि अगर उस वक्त आफताब का परिवार शादी की बात करता, कुछ तो हल होता और इतना बड़ा हादसा नहीं होता. चूंकि, आफताब के माता-पिता चर्चा करने को तैयार नहीं थे. इसलिए बच्चों ने अपना फैसला लिया और दिल्ली चले गए और यह मामला हो गया. विकास वालकर ने कहा कि सोचा था कि हमें पहली प्रतिक्रिया मिलेगी, लेकिन रिस्पॉन्स अच्छा नहीं रहा.   उन्होंने शादी के लिए तैयार होने के बजाय सेटल होने के लिए कुछ कदम उठाए होंगे. कुछ ने समाधान निकाला होगा.


आफताब के परिवार पर लगाए आरोप


श्रद्धा के पिता विकास वालकर ने कहा कि पहले मुझे नहीं पता था कि इसमें आफताब का परिवार शामिल है, लेकिन अब मैं सामने आता हूं तो लगता है कि आफताब को उसका सपोर्ट और हौसला था. उन्होंने कहा कि वो कई बार श्रद्धा को फोन करके बात करते थे, लेकिन हमारी उतनी बात नहीं होती थी. हमने कई बार श्रद्धा से कहने की कोशिश की वो आफताब को छोड़ दें, लेकिन वह सुनने को तैयार नहीं थी. हमने अपने रिश्तेदारों से उसकी काउंसलिंग करने को कहा, लेकिन वह किसी की सुनने को तैयार नहीं थी.


दोनों कब और क्यों दिल्ली गए नहीं पता


विकास वालकर ने बताया कि श्रद्धा कई दिनों से संपर्क में नहीं थी और नहीं मिल पा रही थी. इसलिए मैंने अपने बेटे को अपने दोस्त लक्ष्मण नादर से संपर्क करने को कहा. लक्ष्मण से बात करने के बाद हम पुलिस के पास गए और लिखित शिकायत दर्ज कराई. केस को हल करने में मानिकपुर और दिल्ली पुलिस ने काफी मदद की. मानिकपुर और दिल्ली पुलिस ने भी मेरा बयान लिया है और मामले की जांच जारी है. उन्होंने कहा कि वह सरकार से अनुरोध करता हैं कि मामले की उचित जांच कराकर न्याय दिलाया जाए.


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