Shraddha Murder Case: फिर हो रहा आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट, जानिए नॉर्को टेस्ट से कैसे है ये अलग
Aftab Poonawalla Polygraph Test: श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब पूनावाला का FSL में पॉलीग्राफ टेस्ट किया जा रहा है. कल बुखार की शिकायत के चलते टेस्ट पूरा नहीं हो पाया था.
Shraddha Walkar Murder Case Update: श्रद्धा वॉकर हत्याकांड की जांच में जुटी पुलिस अलग-अलग तरीके से आरोपी आफताब से सच उगलवाने की कोशिश कर रही है. आफताब बार-बार पुलिस को पूछताछ में सही जवाब नहीं दे रहा है. सूबूत जुटाने के लिए आफताब का आज फिर से पॉलीग्राफी टेस्ट किया जा रहा है. FSL के असिस्टेंट डायरेक्टर संजीव गुप्ता ने बताया, आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट चल रहा है. एक स्पेशल टीम उससे पूछताछ कर रही है. प्रक्रिया चल रही है. टेस्ट आज खत्म हो सकता है, लेकिन इसे कल तक भी बढ़ाया जा सकता है.
रोहिणी में फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) में श्रद्धा वॉकर की हत्या मामले में आरोपी आफताब अमीन पूनावाला का पॉलीग्राफी टेस्ट करा रही है. कल (24 नवंबर) को पॉलीग्राफी टेस्ट के दौरान आफताब को बुखार की शिकायत थी. इस वजह से उसका पूरा पॉलीग्राफी टेस्ट नही हो पाया. आज तबियत ठीक होने पर पुलिस उसे दोबारा FSL लाई, जहां उसका बाकी पॉलीग्राफ टेस्ट पूरा किया जा रहा है.
नॉर्को टेस्ट से कैसे अलग होता है पॉलीग्राफ टेस्ट
पॉलीग्राफ टेस्ट को लाई डिटेक्टर टेस्ट भी कहा जाता है. इस टेस्ट में आरोपी की फिजिकल और मेंटल एक्टिविटी का पता लगाया जाता है. इस टेस्ट में आरोपी से जुड़ी हुई व्यक्तिगत जानकारी से जुड़े सवाल भी होते हैं. इस दौरान साइकोलॉजिस्ट आरोपी की पल्स रेट, हार्ट बीट, ब्लड प्रेशर का पता लगाते हैं. वहीं, नार्कों टेस्ट में आरोपी की सेल्फ कॉन्शियसनेस को कम कर दिया जाता है ताकि वह खुलकर बोल पाए. इसके बाद उससे केस और आरोपी की जिंदगी से जुड़े कई सवाल किए जाते हैं.
आफताब ने किए थे श्रद्धा के 35 टुकड़े
आरोपी आफताब पूनावाला ने श्रद्धा वॉकर (27) की मई में कथित तौर पर गला दबाकर हत्या कर दी थी तथा उसके शव के 35 टुकड़े कर दिए थे और उन्हें करीब तीन सप्ताह तक दक्षिण दिल्ली के महरौली में अपने घर में 300 लीटर के फ्रिज में रखा था और कई दिनों तक उन्हें शहर के अलग-अलग हिस्सों में फेंका था.
छतरपुर के फ्लैट से पुलिस को मिले पांच चाकू
दिल्ली पुलिस ने पूनावाला के छतरपुर स्थित फ्लैट से पांच चाकू जब्त किए हैं. पुलिस ने कहा कि शव को काटने के लिए इस्तेमाल की गई आरी अभी बरामद नहीं हुई है. पुलिस विभाग के सूत्रों ने बताया कि चाकुओं को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा गया, ताकि यह पता लगाया जा सके कि अपराध में इनका इस्तेमाल किया गया था या नहीं.