Shraddha Murder Case: दिल्ली पुलिस ने महरौली हत्याकांड के आरोपी आफताब पूनावाला के फ्लैट से एक धारदार हथियार बरामद किया है. संदेह है कि आफताब ने इस हथियार का इस्तेमाल अपनी ‘लिव-इन पार्टनर’ श्रद्धा वालकर की हत्या के बाद उसके शव को टुकड़ों में काटने के लिए किया होगा. इससे पहले दिल्ली पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल किये गये हथियार की गुरुग्राम के जंगल में मेटल डिटेक्टर से तलाश की थी, लेकिन डेढ़ घंटे की तलाशी के बाद बावजूद वह खाली हाथ लौटी थी.


वहीं, आफताब के नार्को टेस्ट को लेकर भी संदेह है. रोहिणी के डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल में सोमवार को आफताब का नार्को टेस्ट होने की संभावना है, क्योंकि आफताब की पांच दिन की पुलिस हिरासत अगले दिन समाप्त हो रही है. सूत्रों ने बताया कि आफताब का ‘नार्को टेस्ट’ कराने से पहले उसे डॉक्टरों की एक टीम द्वारा इस टेस्ट के लिए भावनात्मक, शारीरिक, मानसिक और मनोवैज्ञानिक रूप से उपयुक्त प्रमाणित करना होगा.


सूत्रों ने यह भी कहा कि अगर वह नार्को टेस्ट के किसी भी मानदंड पर अनुपयुक्त पाया जाता है, तो परीक्षण नहीं किया जाएगा. जांच करने वाले फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला को अभी तक दिल्ली पुलिस से औपचारिक अनुरोध भी प्राप्त नहीं हुआ है.


अबतक शव के 13 टुकड़े हुए बरामद


पुलिस अब तक शव के 13 टुकड़े बरामद कर चुकी है, जिनमें ज्यादातर कंकाल के अवशेष हैं. आफताब को फिलहाल शरीर के अन्य टुकड़ों का पता लगाने के लिए दक्षिणी दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर ले जाया जा रहा है. दिल्ली पुलिस ने मामले में साक्ष्य की तलाश के लिए शुक्रवार को टीमें महाराष्ट्र, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश भेजी थीं. क्योंकि मुंबई छोड़ने के बाद, श्रद्धा और आफताब ने हिमाचल प्रदेश सहित कई स्थानों की यात्रा की थी. अब पुलिस यह पता लगाने के लिए इन स्थानों का दौरा कर रही है कि क्या उन यात्राओं के दौरान किसी घटनाक्रम ने आफताब को अपने ‘लिव-इन पार्टनर’ की हत्या के लिए प्रेरित किया.


पुलिस को मिला है सीसीटीवी फुटेज


पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें वह सुबह-सुबह एक बैग के साथ जाता दिख रहा है. अधिकारियों ने कहा कि जांचकर्ता सीसीटीवी फुटेज को सत्यापित करने की कोशिश कर रहे हैं कि फुटेज में दिख रहा शख्स आफताब ही है. इस भीषण हत्याकांड का कथित तौर पर यह पहला ‘विजुअल’ है. उन्होंने कहा कि यह संदेह जताया रहा है कि आफताब, श्रद्धा के कटे शरीर के अंगों को ही ले जा रहा था. 


शनिवार को, सोशल मीडिया पर बिना तारीख वाला सीसीटीवी फुटेज सामने आया जिसमें एक व्यक्ति हाथ में बैग और एक पैकेट लिये सड़क पर चलता हुआ दिखाई दे रहा है. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि वह आफताब है. फुटेज दिन के शुरुआती घंटों का लग रहा है, क्योंकि वहां अंधेरा है और कोई अन्य व्यक्ति नहीं दिख रहा है. पुलिस अभी तक वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं कर पाई है.


पुलिस को मिले हैं शव के कुछ टुकड़े


डीएलएफ फेज-3 इलाके के जंगल में शुक्रवार को उस वक्त तलाशी ली गयी जब पुलिस को शक हुआ कि आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने अपनी ‘लिव-इन-पार्टनर’ 27 वर्षीय श्रद्धा की कथित तौर पर हत्या करने के बाद यहां हथियार फेंक दिया होगा. पुलिस ने शुक्रवार को काले रंग की पॉलीथीन की थैली में जंगल से कुछ सामान बरामद किया था. दिल्ली में पुलिस सूत्रों ने बताया कि ये वालकर के शव के कुछ टुकड़े थे, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है.


श्रद्धा ने राहुल और गॉडविन से मदद मांगी थी, दोनों के बयान दर्ज


इस बीच दिल्ली पुलिस की एक टीम ने महाराष्ट्र के पालघर में दो लोगों के बयान दर्ज किये, जिनसे वालकर ने 2020 में ‘लिव-इन पार्टनर’ आफताब पूनावाला द्वारा मारपीट किये जाने के बाद सहायता मांगी थी. दिल्ली पुलिस टीम पालघर जिले के वसई के मानिकपुर में है, जो पीड़िता का पैतृक क्षेत्र है और श्रद्धा एवं आफताब राष्ट्रीय राजधानी आने से पहले वहीं रुके थे. अधिकारियों ने राहुल राय और गॉडविन के रूप में दो गवाहों की पहचान की थी, जिनके बयान दर्ज किए गये हैं और ये दोनों वसई क्षेत्र के रहने वाले हैं.


आफताब के घर से कपड़े जब्त किए गए


पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने आफताब के घर के सभी कपड़े भी अपने कब्जे में ले लिये हैं और उन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा. हालांकि, इनमें वे कपड़े शामिल नहीं हैं जो आफताब और श्रद्धा ने 18 मई को हत्या के दिन पहने थे. पुलिस विभाग के एक सूत्र ने कहा, ‘‘दिल्ली पुलिस ने आफताब के आवास में मौजूद सभी कपड़ों को अपने कब्जे में ले लिया है. इनमें श्रद्धा के कपड़े भी शामिल हैं. उन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा.’’


आफताब ने कथित तौर पर श्रद्धा का गला घोंट दिया था और उसके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए थे, जिसे उसने महरौली स्थित अपने किराये के मकान में लगभग तीन सप्ताह तक 300 लीटर के फ्रिज में रखा था और फिर बीच-बीच में आधी रात को शहर भर में फेंकता रहा था.


श्रद्धा ने अपने दोस्त करण को बताई थी मारपीट की बात


नवंबर 2020 में श्रद्धा ने पहली बार अपने सहयोगी करण से आफताब द्वारा मारपीट किये जाने बारे में बात की थी. करण ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि श्रद्धा पुलिस से संपर्क करने ही वाली थी, लेकिन आफताब के माता-पिता के हस्तक्षेप के बाद उसने कदम पीछे खींच लिये थे. करण ने मार्च 2021 तक मुंबई में श्रद्धा के साथ काम किया था. श्रद्धा के लिए न्याय की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि वह पुलिस के साथ किसी भी तरह से सहयोग करने के लिए तैयार हैं.


आफताब के परिजन हैं फरार


आफताब का परिवार दिपावली पर मीरा रोड स्थित एक हाउसिंग सोसाइटी में स्थानांतरित हो गया था, लेकिन वहां से यह परिवार किसी अज्ञात स्थान पर चला गया है और उसका पता नहीं चल सका है. अधिकारियों ने कहा कि आफताब के कार्यालय के जिन सहयोगियों से श्रद्धा फोन करके अपनी आपबीती सुनाती थी, उनसे आगे पूछताछ की जा सकती है.


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