Shraddha Murder Case: श्रद्धा के रिश्तेदार ने दिल्ली पुलिस में दर्ज कराए बयान, कहा- पुलिस ने मिसिंग कम्प्लेन पर 2 महीने तक नहीं लिया एक्शन
Shraddha Murder Case News: दिल्ली पुलिस के मुताबिक, श्रद्धा की मिसिंग कंप्लेंट मुंबई में दर्ज होने के बाद, जब वो पूछताछ में शामिल होने जा रहा था, तब भी आफताब के फ्रीज में बॉडी के कुछ टुकड़े थे.
Shraddha Walker Murder Case: श्रद्धा वालकर हत्या मामले से जुड़ी रोजाना नई जानकारी सामने आ रही है. अब इस मामले में श्रद्धा का एक रिश्तेदार सामने आया है, जिसने इस मामले से जुड़ी एक जानकारी दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के साथ साझा की है. श्रद्धा के रिश्तेदार ने आरोप लगाते हुए दिल्ली पुलिस बताया कि उसने माणिकपुर पुलिस (Manikpur Police) को अगस्त महीने में ही श्रद्धा की मिसिंग की रिपोर्ट की थी, लेकिन पुलिस ने मिसिंग कम्प्लेन को गंभीरता से नहीं लिया और कहा कि वो वापस आ जाएगी.
श्रद्धा वालकर के रिश्तेदार ने दिल्ली पुलिस को अपना बयान दर्ज कराते हुए दावा किया है कि हम माणिकपुर पुलिस स्टेशन 15 अगस्त को गए थे, पर हमारी शिकायत को सुना ही नहीं गया. उन्होंने बताया कि जब श्रद्धा के रिश्तेदार मीरा भायंदर ने वसई विरार पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को इस बात की जानकारी दी. उसके बाद तब कहीं जाकर 2 महीने बाद अक्टूबर के महीने में माणिकपुर पुलिस ने मिसिंग कंप्लेंट दर्ज की.
आफताब को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया
आपको बता दें कि 12 अक्टूबर को माणिकपुर पुलिस ने शिकायत दर्ज की और 20 अक्टूबर को आफ़ताब पूनावाला (Aftab Poonawala) को संपर्क कर उसे पूछताछ के लिए बुलाया गया. पुलिस ने आफताब को 23 अक्टूबर को बयान दर्ज करवाने पुलिस स्टेशन आने के लिए कहा.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, श्रद्धा की मिसिंग कंप्लेंट मुंबई में दर्ज होने के बाद, जब वो मुंबई पुलिस की पूछताछ में शामिल होने जा रहा था, तब भी आफताब के फ्रीज में बॉडी के कुछ टुकड़े थे. सूत्रों के मुताबिक, अब तक 13 हड्डियां बरामद हुई हैं, जो जंगल के आसपास के इलाके से मिली हैं.
महाराष्ट्र सरकार से शिकायत करेगा परिवार
श्रद्धा के घर वालों ने तय किया है की वो इस बात की शिकायत महाराष्ट्र सरकार से करेंगे. परिवार का आरोप है कि मिसिंग कम्प्लेन दर्ज करवाने के बाद भी जांच में ढिलाई बरती गई. परिवार ऐसा करनेवाले माणिकपुर पुलिस स्टेशन के अधिकारियों के ख़िलाफ़ करवाई की मांग करेगा.
दिल्ली पुलिस का दावा है की इस तरह की लापरवाही के चलते ही आफ़ताब ने कई सबूत मिटा दिए. इसके अलावा महाराष्ट्र के गृह विभाग के सूत्रों ने बताया की जल्द ही सारी जानकारी इकट्ठा कर इस मामले में क्या लापरवाही हुई इसकी जांच की जाएगी.
अब तक की पुलिस जांच में सामने आया है कि 18 मई को आफताब और श्रद्धा के बीच झगड़ा हुआ था. आफताब ने एक हाथ से श्रद्धा का मुंह दबाया, जब श्रद्धा चिल्लाने लगी तो आरोपी ने दूसरे हाथ से उसकी गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद उसने शव को बाथरूम में रखा. उसने शव के चापड़ से करीब 35 टुकड़े किए और फिर फ्रीज में रख दिए. वह रात दो बजे फ्रीज से एक शव का एक टुकड़ा निकालता और महरौली के जंगल में फेंक आता था.
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