Shraddha Murder Case: 'श्रद्धा आज जिंदा होती अगर...', पिता ने महाराष्ट्र पुलिस को ठहराया जिम्मेदार, बोले- आफताब को मिले फांसी
विकास वालकर ने यह भी कहा कि पुलिस डिपार्टमेंट के कुछ लोगों से उन्हें मदद नहीं मिली, जिसके लिए वो काफी दुखी भी हैं. उन्होंने कहा कि हम पुलिस की हर संभव मदद कर रहे हैं.
Shraddha Murder Case: श्रद्धा मर्डर केस के मुख्य आरोपी आफताब पूनावाला की न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए बढ़ा दई गई है. वहीं शुक्रवार (9 दिसंबर) को श्रद्धा के पिता विकास वालकर ने महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की और उसके बाद मीडिया से बात की. विकास वालकर ने कहा कि श्रद्धा की मौत से हमारा पूरा परिवार दुखी है. उन्होंने कहा कि बेटी की हत्या के कारण मेरी मनोस्थिति भी काफी खराब हुई है.
श्रद्धा के पिता ने आगे कहा, "दिल्ली पुलिस ने हमें भरोसा दिलाया है कि हमें न्याय मिलेगा. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी हमें इसका आश्वासन दिया." उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस डिपार्टमेंट के कुछ लोगों से उन्हें मदद नहीं मिली, जिसके लिए वो काफी दुखी भी हैं. उन्होंने कहा कि हम पुलिस की हर संभव मदद कर रहे हैं.
'आफताब को फांसी होनी चाहिए'
विकास वालकार ने कहा कि आफताब पूनावाला ने जिस बेरहमी से मेरी बेटी की हत्या की, उसको फांसी की सजा मिलनी चाहिए. श्रद्धा के पिता ने कहा, "मैं मांग करता हूं कि इस मामले की तह तक जांच होनी चाहिए और यह पता लगाया जाना चाहिए कि किसने आफताब को ऐसी शिक्षा दी."
'तो मेरी बेटी जिंदा होती'
विकास वालकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में वसई पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, "मेरी बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी गई... वसई पुलिस की वजह से मुझे कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा, अगर उन्होंने मेरी मदद की होती, तो मेरी बेटी जिंदा होती."
'बच्चों को सही गाइडेंस मिलनी चाहिए'
विकास वालकर ने आगे कहा कि "मेरी बेटी ने घर छोड़ने से पहले मुझसे कहा था कि मैं बालिग हो गई हूं और शायद इसी वजह से मैं कुछ नहीं कर पाया." श्रद्धा के पिता ने कहा कि 18 साल के बाद बच्चों को धर्मों के बारे में सही जानकारी दी जानी चाहिए और बच्चों को सही गाइडेंस मिलनी चाहिए.
'2021 में हुई थी आखिरी बार बात'
विकास वालकर ने बताया कि उनकी श्रद्धा से आखिरी बात साल 2021 में हुई थी और श्रद्धा ने कहा था कि वो बेंगलुरु में है और बिल्कुल ठीक है. विकास वालकर ने कहा कि घर छोड़ते समय श्रद्धा से सिर्फ उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा था कि आफताब उनकी कम्युनिटी से नहीं है और इसीलिए वो इसका विरोध कर रहे हैं. विकास वालकर ने ये भी कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि आफताब, श्रद्धा के साथ मारपीट करता था.
श्रद्धा के 35 टुकड़े किए
गौरतलब है कि 28 वर्षीय आफताब पर मई में दिल्ली के महरौली में एक अपार्टमेंट में श्रद्धा वालकर की हत्या करने का आरोप है. हत्या करने के बाद उसने श्रद्धा के 35 टुकड़े किए और शहर के कई हिस्सों में उन्हें फेंकता रहा. आफताब के वकील का कहना है कि उसने कोर्ट में जुर्म कबूल नहीं किया है. नार्को-एनालिसिस टेस्ट और पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान भी आफताब का व्यवहार शांत और स्थिर था.
ये भी पढ़ें- श्रद्धा मर्डर केस: 14 दिनों के लिए बढ़ाई गई आफताब की न्यायिक हिरासत, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी