पद्मनाभ स्वामी मंदिर: पुलिस ने पहले भक्त को बता दिया 'चोर', फिर गलती देख वापस लिया केस
Kerala: श्री पद्मनाभ स्वामी मंदिर से कांसे का घड़ा चुराने के आरोप में एक संदिग्ध के खिलाफ केस दर्ज किया गया. हालांकि जांच के बाद ये आरोप गलत साबित होने पर पुलिस ने इस केस को वापस लेने का फैसला लिया.
Sree Padmanabha Swamy temple: केरल में तिरुवनंतपुरम के प्रसिद्ध श्री पद्मनाभ स्वामी मंदिर से कथित तौर पर कांस्य का पात्र चुराने के आरोप में हरियाणा से चार लोगों को हिरासत में लिया गया. पुलिस ने रविवार (20 अक्टूबर) को ये जानकारी दी. स्थानीय भाषा में 'उरुली' कहे जाने वाले पारंपरिक बर्तन का उपयोग प्राचीन मंदिर में पूजा और अनुष्ठानों के लिए किया जाता था.
केरल पुलिस ने श्री पद्मनाभ स्वामी मंदिर से एक कांस्य पात्र चुराने के आरोप को वापस लेने का फैसला लिया. मामले की जांच करने पर पता चला कि संदिग्ध गलती से इस बर्तन को बाहर ले आया था. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इस मामले में एक संदिग्ध डॉक्टर है, जिसके पास आस्ट्रेलिया की नागरिकता है. हालांकि उसकी पत्नी और एक मित्र को संदिग्ध नहीं माना गया है.
क्या है पूरा मामला?
17 अक्तूबर को कथित तौर पर हुए इस अपराध में पुलिस ने हरियाणा से हिरासत में लिए व्यक्ति का नाम सार्वजनिक नहीं किया है. पूछताछ के समय संदिग्ध ने बताया कि वह इस मंदिर में प्रवेश करने से पहले अपने साथ एक प्लेट लेकर आया था, लेकिन उस व्यक्ति का प्लेट गिर गया तो एक श्रद्धालु ने उसे कांस्य बर्तन सौंप दिया. मंदिर के अधिकारियों ने बताया कि ये एक छोटा सा बर्तन होता है ,जो मंदिर में पिछले कई वर्षों से रखा है.
पुलिस ने केस वापस लेने का फैसला लिया
इस मामले में फोर्ट पुलिस ने धारा 305 (चोरी) के तहत केस भी दर्ज कर ली थी, लेकिन जब पुलिस को स्पष्ट हुआ कि संदिग्ध ने ये बर्तन गलती से उठाया है तो पुलिस ने इस केस को वापस लेने का फैसला लिया. पुलिस ने बताया कि संदिग्ध की गिरफ्तारी दर्ज की जाएगी और उसे पुलिस स्टेशन से जमानत पर छोड़ दिया जाएगा. पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज और तिरुवनंतपुरम के एक होटल में दिए गए पासपोर्ट का सहारा लिया.
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