जम्मू: देश जहां एक तरफ वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है तो वहीं पूरा देश इस जंग में भारत की जीत की लिए अपने अपने तरीके से योगदान दे रहा है. इसी कड़ी में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सभी कर्मचारियों ने अपने एक दिन का वेतन जम्मू कश्मीर राहत कोष में देने का फैसला लिया है.


श्री माता वैष्णो देवी के सीईओ रमेश कुमार के मुताबिक प्रदेश में कोरोना वायरस की महामारी को रोकने और इससे लड़ने के इन्तेज़ामों में अपना योगदान देते हुए श्राइन बोर्ड के नॉन गज़ेटेड स्टाफ ने अपने एक दिन का वेतन जबकि गज़ेटेड अधिकारियों ने अपने 2 दिनों का वेतन जम्मू कश्मीर राहत कोष में देने का फैसला किया है. इसके साथ ही श्राइन बोर्ड ने उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू के निर्देशों पर कटरा की बस्तियों में रह रहे गरीब लोगों और यहां काम कर रहे मज़दूरों में राशन किट भी वितरित किये.



इसके साथ ही रमेश कुमार ने कहा कि श्राइन बोर्ड में 600 बिस्तरों को क्षमता वाले आशीर्वाद काम्प्लेक्स को जिला प्रशासन के हवाले कर दिया है. यह काम्प्लेक्स श्राइन बोर्ड ने क्वारंटाइन केंद्र के लिए निर्धारित किया है जिसमे मुफ्त बोर्डिंग और लॉजिंग की सुविधा भी उपलब्ध है.


प्रभावित परिवारों को बांटी जा रही है राशन किट
जम्मू को कोरोना वायरस के संक्रमण से रोकने के लिए युद्धस्तर पर स्प्रेइंग, सैनिटाइजेशन और स्टरलाइजेशन का अभियान चलाने के साथ ही अब जम्मू नगर ने लॉकडाउन से प्रभावित परिवारों की मदद के लिए भी हाथ बढ़ाया है. जम्मू नगर निगम के शहर के झोपड़ पट्टी और बस्तियों में रह रहे परिवारों तक राशन पहुंचाने का काम भी शुरू किया है.


जम्मू नगर निगम की तरफ से करवाए गए एक सर्वे के मुताबिक शहर की 11 ऐसी बस्तियों की पहचान की गयी है, जहां रह रहे गरीब और लॉकडाउन से प्रभावित परिवारों तक मदद पहुंचाई जाएगी. इसके पहले चरण में रविवार को जम्मू नगर निगम ने तीन बस्तियों में रहने वाले लोगों तक राशन के 300 किट पहुंचाए.



Coronavirus: लोगों की मदद के लिए जम्मू नगर निगम ने बढ़ाया हाथ, प्रभावित परिवारों को बांटी जा रही है राशन किट

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