Shri Thanedar launched Caucus In America : दुनिया के सबसे विकसित और बड़े ईसाई मुल्क अमेरिका में भारतीय मूल के सांसद श्री थानेदार ने अब भारतीय मूल के लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए एक और बड़ा कदम उठाया है. उन्होंने अमेरिका में हिंदू, बौद्ध, सिख और जैन समुदाय के हितों की रक्षा के लिए कॉकस की शुरुआत की है. एक दिन पहले शुक्रवार (29 सितंबर) को वॉशिंगटन डीसी में उन्होंने इसकी घोषणा की.


न्यूज़ एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक मीडिया के सामने हिंदू, बौद्ध, सिख, जैन कॉकस से संबंधित पोस्टर दिखाते हुए औपचारिक रूप से अमेरिकी कांग्रेस में इसकी शुरुआत की घोषणा की.


उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य अमेरिका में धार्मिक भेदभाव का मुकाबला करना और हिंदू, बौद्ध, सीखो और जैनियों के लिए धार्मिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देना है. थानेदार की इस पहल का स्वागत अमेरिका के दोनों प्रमुख दलों रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक ने किया है. 27 से अधिक अमेरिकी सांसदों ने कांग्रेस का समर्थन किया है.


समावेशी कार्यों को आगे बढ़ाने की कोशिश 
वॉशिंगटन डीसी में मीडिया को संबोधित करते हुए थानेदार ने कहा, "हम सिर्फ एक और कॉकस शुरू करने के लिए एक साथ नहीं आ रहे हैं. हमारा उद्देश्य ऐसे आंदोलन को आगे बढ़ाना है जो समावेशी और सकारात्मक कार्यों के लिए प्रयास करेगी. उन्होंने कहा कि अमेरिका एक ऐसा देश है जहां हर आस्था, हर एक संस्कृति और समुदाय के लिए जगह है. मेरा नाम श्री थानेदार है और मैं अमेरिका की कांग्रेस में विविधता का प्रमाण हूं.


अमेरिका में रहते हैं 30 लाख से अधिक भारतीय
आपको बता दें कि अमेरिका में भारतीयों का अच्छा खासा वर्चस्व है. वहां भारतीय मूल के करीब 30 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं जो पढ़े-लिखे और सुसंस्कृत लोगों का तबका माना जाता है. इसके पहले श्री थानेदार ने जून में ही हिंदू कॉकस बनाने की घोषणा की थी.


कौन हैं श्री थानेदार
श्री थानेदार अमेरिका की राजनीति में बड़ा प्रभाव रखते हैं. वह अमेरिका संसद में मौजूद समोसा कॉकस के सदस्य पहले से ही हैं जो भारतीय मूल के सांसदों का एक समूह है. यह कॉकस अमरीकी संसद में भारतीयों से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठता है. श्री थानेदार मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले हैं. 22 फरवरी 1955 को उनका जन्म राज्य के बेलगावी में हुआ था. बाद में अमेरिका में जाकर बस गए थे जहां उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी से चुनाव लड़ा. 2021 में जीत‌ कर हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के सदस्य बने थे.


अमेरिकी संसद में कॉकस उन नेताओं के समूह को कहा जाता है जिनका एक समान उद्देश्य और विचारधारा होती है. श्री थानेदार अमेरिका में स्वतंत्र विचारधारा और धार्मिक मान्यताओं के पालन में स्वतंत्रता के पक्षधर लंबे समय से रहे हैं.


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