श्रीनगर: आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या में अपने आतंकियों की संलिप्तता की खबरों को संगठन को बदनाम करने का प्रयास बताया है. मीडिया को भेजे एक ईमेल बयान में लश्कर प्रमुख महमूद शाह ने कहा, ‘‘अगर भारतीय सुरक्षा बल पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि यह जघन्य अपराध मुजाहिदीनों (लश्कर आतंकियों) ने किया है, तो हमें चीन या रूस जैसे तटस्थ देश द्वारा इस हत्या की स्वतंत्र जांच पर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.’’


आगे कहा गया, ‘‘हम जांच में पूरा सहयोग करेंगे और जांच एजेंसी के निष्कर्षों को स्वीकार करेंगे.’’ इससे पहले श्रीनगर में पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जम्मू कश्मीर पुलिस ने बुखारी की हत्या में शामिल तीन लोगों की पहचान की है और इनमें से एक पाकिस्तानी नागरिक और लश्कर ए तैयबा का आतंकवादी नवीद जाट है.


14 जून को हुई थी बुखारी की हत्या
श्रीनगर में आतंकियों ने एक अमानवीय घटना को अंजाम देते हुए प्रेस कॉलोनी इलाके में राइजिंग कश्मीर अखबार के संपादक शुजात बुखारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. बुखारी और उनके एक पीएसओ की मौके पर मौत हो गई थी जबकि दूसरे पीएसओ की अस्पताल में मौत हो गई थी.


हत्या के दौरान शुजात बुखारी अपने दफ्तर से घर जा रहे उसी वक्त आतंकियों ने उनकी गाड़ी को घेर कर हमला किया था. हमला श्रीनगर के लाल चौक के पास हुआ था. हत्या से आहत राज्य की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती रो पड़ी थीं और कहा था कि इससे ज्यादा दुखद कुछ नहीं हो सकता.