नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पार्टी सांसदों से लालबत्ती संस्कृति छोड़ने के लिए कहा. एक आधिकारिक बयान के मुताबिक मोदी ने यह टिप्पणी अपने आवास पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पार्टी सांसदों के साथ एक बैठक में की.


मोदी शासन और राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा के लिए संसद सत्र के दौरान विभिन्न राज्यों से आने वाले पार्टी सांसदों से नियमित तौर पर मुलाकात करते रहते हैं. मोदी सरकार ने यह कहते हुए एक मई से आपातकालीन वाहनों को छोड़कर अन्य सभी वाहनों पर लाल बत्ती लगाने पर रोक लगा दी थी कि इसके लिए एक लोकतांत्रिक समाज में कोई स्थान नहीं है.


सरकार ने इस कदम को ‘वीवीआईपी कल्चर’ समाप्त करने के एक प्रयास के तौर पर पेश किया था.


मोदी ने इसके साथ ही सांसदों से जनता के बीच काम करने के लिए कहते हुए कहा कि उनकी सरकार ने गरीबों और गांवों में जो कार्य किये हैं उससे सकारात्मक परिवर्तन हुए हैं.


उन्होंने कहा कि 80 फीसदी गन्ना किसानों को उनके लंबित भुगतान प्राप्त हो गए हैं और गरीब घरों को एलपीजी कनेक्शन मुहैया कराने वाली उज्ज्वला योजना से महिलाओं को लाभ हुआ है.


बयान के अनुसार मोदी ने कहा कि सांसदों को अब उनसे मुलाकात करनी चाहिए और पोषण के बारे में जागरूकता उत्पन्न करनी चाहिए. सांसदों ने भी मोदी की प्रशंसा की और कहा कि उनकी सरकार ने लोगों में एक नई उम्मीद जगायी है. मोदी ने कल पूर्वी उत्तर प्रदेश से आने वाले पार्टी सांसदों से मुलाकात की थी.