बेंगलुरु: चुनावी राज्य महाराष्ट्र में बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में वीर सावरकर को भारत रत्न देने का वादा किया है. इसको लेकर खूब चर्चा हो रही है. इस बीच कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि वीर सावरकर के बजाय लिंगयात नेता संग शिवकुमार स्वामीजी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए.


मालूम हो कि बतौर मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जनवरी 2018 में पत्र लिख कर भारत रत्न से शिवकुमार स्वामीजी को सम्मानित करने का अनुरोध किया था. हालांकि, केंद्र ने इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया है. शिवकुमार स्वामीजी का इस साल जनवरी में 111 साल की आयु में निधन हो गया था. उन्हें ‘वाकिंग गॉड’ के रूप में जाना जाता था. वह शिक्षा के प्रसारक और मानवतावादी थे. उनकी शख्सियत और कार्यों को दुनिया भर में सराहा जाता है.


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सिद्धरमैया ने मैसूर में कहा, ‘‘बीजेपी की चाहे जो कुछ भी राय हो (सावरकर को भारत रत्न देने के बारे में) लेकिन मेरा मानना है कि सावरकर के बजाय भारत रत्न से शिवकुमार स्वामीजी को सम्मानित किया जाना चाहिए.’’


बता दें कि इससे पहले कांग्रेस नेता ने कहा था कि महात्मा गांधी की हत्या के मामले में सावरकर आरोपियों में शामिल थे. सिद्धरमैया ने कहा कि वह सावरकर का विरोध मुख्य रूप से इसलिए कर रहे हैं कि उन्होंने हिंदुत्व के जरिये सांप्रदायिकता फैलाई. सिद्धरमैया ने दोहराया कि सावरकर महात्मा गांधी की हत्या मामले में आरोपियों में एक थे.


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सिद्धारमैया ने कहा कि हालांकि यह अलग बात है कि उन्हें (सावरकर को) छोड़ दिया गया. उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें भारत रत्न देने की कोई जरूरत नहीं है. हम कहते आ रहे हैं कि भारत रत्न शिवकुमार स्वामीजी को दिया जाना चाहिए.  चूंकि वह (सावरकर) हिंदुत्व के तरफ़दार थे, इसलिए हम इसका विरोध करते हैं. इसमें विवाद कहां है?’’


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