धार्मिक प्रतीकों वाले शॉल को लेकर हुए विवाद के बाद सिद्धू ने मांगी माफी, बोले- गलत नीयत नहीं थी
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि अनजाने में सिखों की भावनाओं को आहत करने के लिए वह माफी मांगते हैं. अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सिद्धू को लेकर इस विवाद के बाद मंगलवार को माफी मांगने की सलाह दी थी.
चंडीगढ़ः धार्मिक प्रतीकों वाला शॉल ओढ़कर कथित तौर पर सिख समुदाय की भावनाएं आहत करने वाले कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने इस व्यवहार के लिए बुधवार को माफी मांग ली. अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सिद्धू के इस आचरण को लेकर पैदा हुए विवाद के बाद मंगलवार को उन्हें माफी मांगने की सलाह दी थी.
सिद्धू ने कहा कि अनजाने में सिखों की भावनाओं को आहत करने के लिए वह माफी मांगते हैं. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘श्री अकाल तख्त साहिब सर्वोच्च है. अनजाने मं मैंने यदि एक भी सिख की भावना को आहत किया है तो मैं उसके लिए क्षमा मांगता हूं. लाखों लोग अपनी पगड़ी या कपड़ों पर सिख धर्म के प्रतीकों का इस्तेमाल करते हैं. यहां तक कि गर्व से टैटू भी बनवाते हैं. एक आदर्श सिख के नाते मैंने भी बिना किसी गलत नीयत के अनजाने में शॉल ओढ़ी.’’
सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था के जत्थेदार ज्ञानी ने सिद्धू के आचरण को ‘बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया था.उन्होंने कहा था कि सिद्धू को तत्काल माफी मांगनी चाहिए.
धार्मिक प्रतीकों की कढ़ाई वाले शॉल को लेकर हुआ था विवाद अमृतसर पूर्व से विधायक सिद्धू ने कथित तौर पर एक शॉल पहनी थी जिसमें धार्मिक प्रतीकों की कढ़ाई की गई थी. कुछ दिन पहले उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल ‘जीतेगा पंजाब’ पर एक वीडियो डाला था जिसमें वह जालंधर के एक गांव में कुछ किसानों के साथ बैठक में वह शॉल ओढ़े नजर आ रहे हैं.
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