Sidhu Moose Wala Murder Case: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड (Sidhu Moose Wala Murder) में शार्प शूटर संतोष जाधव (Santosh Jadhav) को गिरफ्तार कर लिया गया है. जिसके बाद मूसेवाला की हत्या को लेकर रहस्य से पर्दा उठ सकता है. हत्या किसने करवाई, मुखबिरी किसने की और हत्या का मकसद क्या था? ऐसे कई सवालों के जवाब तो मिलेंगे ही साथ ही फिल्म अभिनेता सलमान खान (Salman khan) को दी गई धमकी से भी पर्दा उठ सकता है. फिलहाल पुणे रूरल क्राइम ब्रांच ने संतोष जाधव को पुणे के खेड के राजगुरूनगर लॉकअप में सुरक्षा कारणों के चलते शिफ्ट किया है. उससे पुणे रूरल क्राइम ब्रांच पूछताछ करेगी.
पुणे ग्रामीण पुलिस के मुताबिक संतोष जाधव की पुरानी क्रिमिनल हिस्ट्री है. उसके ऊपर हत्या, फायरिंग, हत्या की कोशिश, हथियार रखने और बलात्कार के मामले दर्ज हैं. इसके अलावा ओमकार उर्फ राण्या बाणखेले की हत्या के बाद उस पर मकोका लगाया गया था. तब से वो फरार था और रविवार के दिन गुजरात के कच्छ से उसे गिरफ्तार किया गया है. पुणे ग्रामीण पुलिस क़ी क्राइम ब्रांच ने उसकी कस्टड़ी ली है.
सिद्धू मूसेवाला की हत्या पर से उठेगा पर्दा?
पिछले साल अगस्त महीने में पुणे में मंचर के शातिर अपराधी ओंकार उर्फ़ राण्या बाणखेले की हत्या के मामले में संतोष जाधव फरार था. और पुणे क्राइम ब्रांच को संतोष की तलाश थी. संतोष जाधव ने अपने सोशल मीडिया पर ‘सूर्य उगते ही तुम्हे समाप्त कर दूंगा.’ इस तरह का स्टेटस डाला था. इसका जवाब देते हुए ओंकार उर्फ़ राण्या बाणखेले ने लिखा था कि संतोष जाधव से मिलेंगे और ठोकेंगे. किसी को भी आने दो. जिसके बाद एक शूटर ने बाइक से आकर ओंकार उर्फ़ राण्या बाणखेले पर 1 अगस्त 2021 को दिन-दहाड़े फायरिंग कर हत्या कर दी थी. इस मामले में संतोष जाधव पर मकोका लगाया गया. जिसके बाद वो फरार था.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग से कैसे जुड़ा संतोष जाधव?
पुणे पुलिस के सूत्र बताते हैं कि ओमकार की हत्या करने के बाद संतोष जाधव और उसका दोस्त सौरव उर्फ़ महाकाल महाराष्ट्र से फ़रार हो गए थे. चूंकि दोनों पर मकोका के तहत मामला दर्ज था ऐसे पर यह दोनों आरोपी भागे भागे फिर रहे थे. पिछले क़रीब 1 साल से यह दोनों आरोपी दिल्ली एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान में शरण लिए थे. इसी दौरान इन दोनों शातिर अपराधियों की पहचान बिश्नोई गैंग के सदस्यों से हुई और इस तरह से ये लॉरेन्स बिश्नोई गैंग का हिस्सा बन गए. संतोष जाधव पर हत्या के मामले सहित कई अन्य मामले भी दर्ज हैं. एक मामले में संतोष जाधव के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण कानून (मकोका) भी लगाया गया था.
संतोष जाधव पर कितने मामले दर्ज?
पुणे के मंचर पुलिस थाने में संतोष जाधव के ख़िलाफ़ 4 मामले दर्ज है. साल 2019 में बलात्कार का मामला, अगस्त 2021 में ओमकार की हत्या का मामला, संतोष पर मंचर थाने में वसूली और चोरी का भी मामला दर्ज है. उसके खिलाफ राजस्थान के गंगानगर में भी हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ था. पुलिस सूत्र बताते है की संतोष ने हथियार चलाने की ट्रेनिंग भी ली है. संतोष जाधव पिछली साल तक कोई नामी बदमाश नहीं था. पर सोशल मीडिया पर ऐलान कर ओमकार की हत्या करने के बाद यह सुर्ख़ियों में आया था.
डॉन की छवि दिखाने का शौक!
पुलिस के लिए संतोष जाधव कितना बड़ा अपराधी था, इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि ओमकार की हत्या के बाद यह साल भर से फ़रार था लेकिन पुलिस कोई ख़ास प्रयास इसे पकड़ने के लिए नहीं कर रही थी. लेकिन जब मूसेवाला हत्याकांड में इसका नाम आया तो पुलिस ने दिन रात एक कर दिए. संतोष जाधव को सोशल मीडिया पर अपनी डॉन की छवि दिखाने का बहुत शौक है. पुलिस सूत्र यह भी बताते हैं कि संतोष जाधव, डॉन अरुण गवली की गैंग का करीबी है और इसलिए उसने अपने प्रतिद्वंदी रहे ओमकार बांखेले उर्फ राण्या की हत्या की.
संतोष जाधव का पारिवारिक बैकग्राउंड
शार्प शूटर (Sharp Shooter) संतोष जाधव (Santosh Jadhav) महज़ 24 साल का है. संतोष मूल रूप से महाराष्ट्र (Maharashtra) के अहमदनगर ज़िले के पारनेर तालुक़ा का रहने वाला है. संतोष पुणे के मंचर का रहने वाला नहीं है. मंचर में वो अकेले रहता था. संतोष का प्रेम विवाह हुआ था लेकिन वो अपनी पत्नी के साथ नहीं रहता था. संतोष की एक बेटी भी है. संतोष 13 साल का था जब उसके पिता का देहांत हो गया था. परिवार को जानने वाले बताते हैं कि पिता की मौत के बाद संतोष ग़लत संगत में आ गया. संतोष जाधव की मां का नाम सीता जाधव और पिता का नाम सुनील जाधव है. संतोष की एक बहन भी है. संतोष अपने परिवार से कम ही मतलब रखता है.
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