Sidhu Moose Wala Murder Case: सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) केस में राजस्थान (Rajasthan) के श्री गंगानगर की पुलिस टीम ने मुंबई जाकर संतोष जाधव (Santosh Jadhav) से पूछताछ की है. अब श्री गंगानगर पुलिस संतोष जाधव को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आने की तैयारी में है. पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि सिद्धू मूसेवाला मामले में मुंबई पुलिस ने जिस संतोष जाधव को पकड़ा है उसने इस साल 19 जनवरी को गंगानगर के एक अस्पताल पर दो अन्य लोगों के साथ फ़ायरिंग की थी.
इस मामले के दो आरोपी तो गिरफ़्तार हो गए थे जबकि संतोष जाधव फ़रार था. अस्पताल पर फ़ायरिंग के बाद गोल्डी बराड ने अस्पताल संचालक को खुद को लॉरेन्स गैंग का बताकर दो करोड़ की रक़म मांगी थी. अस्पताल संचालक ने ये रक़म नहीं दी थी. अब ज़िले के जवाहर नगर थाने के प्रभारी की अगुवाई में एक पुलिस टीम को मुंबई भेजा गया था. इस टीम ने संतोष जाधव से पूछताछ की थी. अब जाधव को प्रोडक्शन वारंट पर गंगानगर लाए जाने की कार्रवाई की जा रही है.
संतोष जाधव के पास से पुणे पुलिस को मिले थे 13 हथियार
बता दें, हाल ही में सिद्धू मूसेवाला हत्या मामले गिरफ्तार शार्प शूटर संतोष जाधव के पास से पुणे पुलिस को 13 हथियार मिले. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, संतोष ने ये 13 वेपन मध्य प्रदेश से मंगवाए थे. बताया जा रहा है कि, इन वेपन को मंगाने के लिए संतोष ने 2 गुर्गों को मध्य प्रदेश भेजा था.
हत्या में शामिल होने से संतोष ने किया इनकार
पुलिस पूछताछ में बयान देते हुए संतोष ने कहा था कि,, "मैं सिद्धू मुसेवाला की हत्या में शामिल नहीं हूं. मैं उसकी की हत्या के दिन गुजरात में मुद्रा पोर्ट के पास एक होटल में था." मामले की जांच में जुटे पुणे क्राइम ब्रांच (Pune Crime Branch) और ग्रामीण पुलिस के आला अधिकारियों के मुताबिक, संतोष जाघव को गिरफ्तार करने के बाद उससे पुछताछ में उसने सिद्धू मुसेवाला की हत्या में शामिल होने से साफ इनकार कर दिया है. उसका कहना है कि सिद्धू मुसेवाला की हत्या के समय वो मानसा पंजाब में था ही नहीं. उसका कहना है कि, उसे केवल बलि का बकरा बनाया जा रहा है.
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