पंजाब (Punjab) के मशबूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) की हत्या को लेकर बुधवार को फिरोजपुर जेल (Ferozepu jail) में कैदियों के दो गुटों के बीच विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों गुटों के बीच जमकर मारपीट भी हुई. इस दौरान करीब एक दर्जन कैदी घायल हो गए. वहीं करीब चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि दोनों गुटों के बीच मूसेवाला की हत्या को लेकर बहस हो गई थी.
जेल में हुई हिंसा की बात गुप्त रखी गई थी- सूत्र
अंग्रेजी वेबसाइट टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि जेल में हुई हिंसा की बात गुप्त रखी गई थी. जेल अधिकारियों का कहना है कि एक पक्ष मूसेवाला की हत्या को गलत बता रहा था, जबकि दूसरा पक्ष सही बता रहा था. इसके बाद मामला इतना बढ़ गया कि दोनों गुटों में मारपीट शुरू हो गई. सूत्रों का यह भी कहना है कि घटना के वक्त जेल के अंदर कैदियों को रोकने के लिए भी इंतजाम नहीं थे, जिससे हिंसा बढ़ती चली गई.
एक अपराधी को फिरोजपुर जेल से वारंट पर लाई थी पुलिस
गौरलतब है कि मूसेवाला की हत्या के बाद पंजाब पुलिस इस मामले में पूछताछ के लिए दो अपराधियों को पेशी वारंट पर जेलों से भी लाई है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार दोनों को बठिंडा और फिरोजपुर जेल से लाया गया है. पंजाब पुलिस ने सोमवार को कहा था कि उसने हत्या के मामले में कुछ लोगों को पकड़ा है. राज्य पुलिस ने घटना को गिरोहों की आपसी दुश्मनी का नतीजा बताया था और कहा था कि मूसेवाला की हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई का हाथ है.
बिश्नोई गिरोह के सदस्य और कनाडा में रहने वाले गोल्डी बराड़ ने हत्या की जिम्मेदारी ली है. पुलिस के अनुसार मूसेवाला, की हत्या पिछले साल हुई युवा अकाली नेता विकी मिड्डूखेड़ा की हत्या के प्रतिशोध में हुई लगती है. मिड्डूखेड़ा की हत्या में मूसेवाला के मैनेजर शगनप्रीत का नाम सामने आया था. हालांकि, पुलिस के अनुसार शगनप्रीत भागकर ऑस्ट्रेलिया चला गया था.