देश में फिलहाल कोरोना वायरस से राहत है, पिछले कई हफ्तों से कोरोना केस लगातार कम होते नजर आ रहे हैं. इसी बीच अब कोरोना वैक्सीन की तीसरी यानी बूस्टर डोज लगनी शुरू हो चुकी है. अब 18 साल की उम्र से ज्यादा के सभी लोगों को बूस्टर डोज लगाई जा सकती है. लेकिन दूसरी और तीसरी डोज के बीच के अंतर को लेकर लगातार बहस जारी है. अब सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने भी इस मुद्दे को उठाया है. 


सरकार को प्रस्ताव देने की कही बात
दरअसल सरकार की तरफ से बताया गया है कि कोरोना की दूसरी डोज लेने के 9 महीने के बाद ही आप बूस्टर डोज ले सकते हैं. यानी जिसे जनवरी 2022 में दूसरी डोज लगी हो उसे बूस्टर डोज के लिए नवंबर 2022 तक इंतजार करना होगा. इसे लेकर SII के CEO अदार पूनावाला ने कहा है कि, दूसरी और तीसरी डोज का अंतर 6 महीने तक किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, "अभी कोविड वैक्सीनेशन की गति धीमी हुई है. क्योंकि हमें यह नियम मिला है कि आपको डोज़ 2 और 3 के बीच 9 महीने तक का इंतज़ार करना होगा. हमने सरकार से अपील की है कि इसे और 6 महीनों तक कैसे कम किया जाए. हम 6 महीने के अंतराल का प्रस्ताव देंगे."


सरकार ने दी थी मंजूरी
बता दें कि पहले सिर्फ 60 साल से अधिक उम्र के और बीमारियों से ग्रस्त लोगों को ही कोरोना की तीसरी डोज लगाई जा रही थी. लेकिन कुछ दिन पहले ही सरकार ने ऐलान किया कि अब 10 अप्रैल से 18 साल से ऊपर के सभी लोग कोरोना का बूस्टर डोज ले सकते हैं. साथ ही ये भी बताया गया कि दूसरी डोज लगाने के 9 महीने बाद ही तीसरी डोज लगाई जाए. सरकार ने बताया कि प्राइवेट अस्पतालों और वैक्सीनेशन सेंटर्स से लोग बूस्टर डोज लगा सकते हैं. फिलहाल 18 से 59 साल के लोगों को तीसरी डोज के लिए पैसे देने होंगे.   


जैसे ही सरकार की तरफ से बूस्टर डोज लगाने की मंजूरी दी गई, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने एक ट्वीट के जरिए वैक्सीन की नई कीमतों का ऐलान किया. उन्होंने बताया कि अब कोविशील्ड प्राइवेट अस्पतालों में 600 रुपये की बजाय 225 रुपये प्रति डोज मिलेगी. 


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