Covax COVID-19 Vaccine india: देश की सबसे बड़ी दवा निर्माता कंपनी पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ने कोवावैक्स की पहली खेप के प्रोडक्शन की शुरुआत कर दी है. सीरम इंस्टीट्यूट ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए कहा कि एक नया मुकाम हासिल किया. इस हफ्ते हमने नोवावैक्स की तरफ से तैयार की गई कोविड-19 वैक्सीन जिसे भारत में कोवोवैक्स नाम दिया गया है, उसकी पहली खेप बनाने की शुरुआत कर दी है.
सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि "इस हफ्ते पुणे में कोवावैक्स के पहले बैच के उत्पादन होते देख काफी उत्साहित हूं. इस वैक्सीन में 18 साल से कम आयु-वर्ग की भविष्य की पीढ़ियों की सुरक्षा करने की क्षमता है. ट्रायल अभी जारी है. शानदार टीम."
सरकार ने कहा- नोवावैक्स की प्रभावशीलता उत्साहजनक
इससे पहले, केन्द्र सरकार ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ नोवावैक्स टीके की प्रभावशीलता के आंकड़े आशाजनक और उत्साहवर्धक हैं तथा इसके नैदानिक परीक्षण भारत में पूर्ण होने के उन्नत चरण में हैं. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़े यह संकेत भी देते हैं कि टीका सुरक्षित व बेहद प्रभावी है.
उन्होंने कहा, “उपलब्ध आंकड़ों से हम जो देख रहे हैं वह यह कि टीका बेहद सुरक्षित व प्रभावी है. लेकिन जो तथ्य आज के लिये इस टीके को प्रभावी बनाता है वह यह कि टीके का उत्पादन भारत में सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा किया जाएगा.” सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा तैयारी का काम पहले ही पूरा कर लिया गया है और वे व्यवस्था को पूरी तरह दुरुस्त बनाने के लिये परीक्षण कर रहे हैं जो पूर्ण होने के उन्नत चरण में है.
कोविशील्ड का भी उत्पादन कर रही सीरम इंस्टीट्यूट
गौरतलब है कि सीरम इंस्टीट्यूट भारत में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविड वैक्सीन 'कोविशील्ड' का उत्पादन कर रहा है. देश में उसकी दूसरी वैक्सीन 'कोवोवैक्स' का क्लिनिकल ट्रायल भी चल रहा है. ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने 'कोवोवैक्स' के तीसरे क्लिनिकल ट्रायल के संचालन के लिए प्रोटोकॉल में संशोधन की मंजूरी दे दी है. इससे पहले डीसीजीआई ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) को रूस की स्पूतनिक-V वैक्सीन बनाने की इजाजत दी थी.
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