जम्मू: शुक्रवार को पाकिस्तान में गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर हुए हमले और वहां मौजूद सिख श्रद्धालुओं के साथ हाथापाई के विरोध में रविवार को जम्मू में सिख समुदाय ने प्रदर्शन किया. सिख समुदाय ने इस मामले पर पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की चुप्पी पर भी सवाल उठाये.
पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुए हमले को लेकर भारत में सिख समुदाय का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. रविवार को जम्मू में सिख समुदाय ने जम्मू-पठानकोट हाईवे पर जमकर प्रदर्शन किया. पाकिस्तान और वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ नारेबाज़ी करते हुए सिख समुदाय ने इस मामले में दोषियों को फांसी की सजा की मांग की.
प्रदर्शनकारियों का दावा है कि करतापुर गलियारे के उद्घाटन के समय पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने करतारपुर साहिब और ननकाना साहिब की तुलना मक्का शरीफ से की थी. अब जबकि ननकाना साहिब पर इस तरह से हमला होता है तो इसपर पाकिस्तान की सरकार को जल्द एक्शन लेना चाहिये और दोषियों को गिरफ्तार करना चाहिए.
सिख समुदाय का कहना है कि अगर पाकिस्तान सरकार इस हमले के दोषियों पर कार्यवाही नहीं करती तो भारत सरकार इस मामले पर चुप क्यों है. उन्होंने कहा कि सिखों के नौंवे गुरु तेग बहादुर ने हिन्दू धर्म को भारत में बचाया था, तो पीएम मोदी और अमित शाह इस मामले पर चुप क्यों हैं.
यह भी पढ़ें-
यूपीः गोरखपुर में घुसे आईएस के दो आतंकी, भारत-नेपाल बॉर्डर पर हाई अलर्ट