नई दिल्ली: पिछले 20 सालों से पाकिस्तान से आकर अमृतसर में रह रहे सिख परिवारों ने नागरिकता संशोधन बिल के पास होने पर खुशी जताई है. उनका कहना है कि इससे अगर हमें भारत की नागरिकता मिल जाए तो इससे अधिक खुशी की बात कोई नहीं है.
अमृतसर में रह रहे सिख परिवारों का कहना है कि पिछले 20 सालों में हमने जो मुश्किलें देखी हैं वह बयां नहीं की जा सकती है. हमें बार-बार वीजा लेने के लिए दिल्ली जाना पड़ता था. वहीं पासपोर्ट जो हर 10 साल बाद रिन्यू होता है उसे बनाने के लिए पाकिस्तान जाना पड़ता था. बच्चों की पढ़ाई से लेकर शादियों तक समस्याएं आती हैं. कारोबार करने में मुश्किल आती है. इस बिल के पास होने से हमें भारत की नागरिकता मिल जाएगी तो हमसे ज्यादा खुशी किसी को नहीं होगी. हम अपने बच्चों को आसानी से पढ़ा सकेंगे और साथ ही कारोबार भी कर सकेंगे.
चरण सिंह ने बताया कि उनकी अमृतसर में पिछले 20 सालों से कबाड़ी की दुकान है. उनका कहना है कि हमने पहले भी कई बार भारत की नागरिकता के लिए अप्लाई किया है. इस बिल के पास होने के बाद हम भारत सरकार से यही मांग करते हैं कि नागरिकता अप्लाई करने के लिए हम लोगों के लिए आसान से आसान तरीका रखा जाए. अफगानिस्तान से आए सुरवीर सिंह का कहना है कि हमारे पास नागरिकता लेने के लिए सभी जरूरी कागजात मौजूद हैं और भारत सरकार ने जो बिल लोकसभा में पास किया है इससे हमें नागरिकता मिल जाएगी. साथ ही हम भारत के नागरिक बन जाएंगे. अमृतसर के अलावा जालंधर, लुधियाना और हिमाचल के चंबा में भी पाकिस्तान से आए शरणार्थी रहते हैं.
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