Sikkim Cloud Burst: सिक्किम में बादल फटने से अचानक आई प्राकृतिक आपदा के कारण अब तक 5 लोगों ने जान गंवा दी है और सुरक्षाबलों के जवानों समेत 40 लोग लापता बताए जा रहे हैं. इस बीच स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (4 अक्टूबर)को सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग से बात की है. 


पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक X हैंडल से पोस्ट किया, ''सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग से बात की और राज्य के कुछ हिस्सों में दुर्भाग्यपूर्ण प्राकृतिक आपदा के मद्देनजर स्थिति का जायजा लिया. चुनौती से निपटने में हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया. मैं सभी प्रभावितों की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं.''



पांच पुल ढहे, बांधों को हुआ नुकसान


इस आपदा के कारण पांच पुल ढह गए हैं, जिनमें मंगतम झील का पुल, सिंघताम का इंद्राणी पुल, शिरवानी पुल, लिंगी पुल और जंगू का पुल शामिल हैं. चुंगथान में 1200 मेगावाट का तीस्ता ऊर्जा बांध बुरी तरह प्रभावित हुआ है. सिंघताम में एनएचपीसी का बांध क्षतिग्रस्त हुआ है.



सिक्किम में कहां पर फटा बादल, अब तक कितने शव बरामद?


बता दें कि बादल फटने की घटना उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील पर हुई, जिसकी वजह से लाचेन घाटी से गुजरने वाली तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई. आपदा में सेना के 23 जवान लापता हो गए थे. अब तक पांच शव बरामद हुए हैं. शव सेना के जवानों के हैं या आम लोगों के, अभी यह पहचान होना बाकी है. 


उधर अधिकारियों ने बुधवार (4 अक्टूबर) को जानकारी दी अचानक बाढ़ आने और एक बांध से पानी छोड़े जाने के कारण स्थिति और बिगड़ गई. उन्होंने कहा कि बाढ़ मंगलवार देर रात करीब डेढ़ बजे आई.


  


सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारी ने ये कहा


सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SSDMA) के एक अधिकरी ने कहा, ‘‘बचाव और राहत प्रयासों के दौरान सिंगताम से तीन शव बरामद किए गए हैं.’’ एसएसडीएमए ने एक समाचार विज्ञप्ति में बताया कि ल्होनक झील के कुछ हिस्सों पर बादल फटने से बुधवार तड़के तीस्ता नदी बेसिन पर झील में अचानक जलस्तर बढ़ गया, जिससे मंगन, गंगटोक, पाकयोंग और नामची जिलों में कई प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचा. 


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