Sikkim Fraud: लॉटरी के धंधे से सिक्किम सरकार को लगाया अरबों का चूना, ED ने जब्त की 173 करोड़ की संपत्ति
lottery Fraud Case: ईडी अधिकारी के मुताबिक यह घोटाला 1 अप्रैल 2009 से 31 अगस्त 2010 के बीच हुआ. इस दौरान लाटरी की टिकटों में धांधली की गई और उसके इनाम को बढ़ा चढ़ा कर दिखाया गया.
Lottery Fraud Case: लॉटरी के धंधे (lottery business) में सिक्किम सरकार (Sikkim government) को अरबों रुपए का चूना लगाने के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एस मार्टिन (S Martin) तथा अन्य लोगों की 173 करोड़ रुपए से ज्यादा की चल अचल संपत्ति आरंभिक तौर पर जब्त की है. यह संपत्ति (Property) तमिलनाडु में मार्टिन के नाम पर तथा अन्य कंपनियों के नाम पर बताई गई है.
ईडी के एक आला अधिकारी ने बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत यह जहाज केंद्रीय जांच ब्यूरो की कोचीन शाखा द्वारा दर्ज की गई FIR और दायर किए गए आरोप पत्र के आधार पर शुरू की गई थी. इस मामले में सीबीआई ने एस मार्टिन तथा अन्य के खिलाफ सिक्किम सरकार को 9 अरब रुपए से ज्यादा का चूना लगाने का आरोप लगाया था. इस मामले में आरोप था कि मार्टिन ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर सिक्किम सरकार द्वारा चलाई जा रही लाटरी में गोलमाल किया और अवैध तरीके से सरकार को चूना लगाया. आरोप के मुताबिक इस गोरखधंधे के जरिए जो पैसा एकत्र किया गया उससे अलग-अलग जगहों पर अनेक प्रॉपर्टी खरीदी गई.
ईडी अधिकारी के मुताबिक यह घोटाला 1 अप्रैल 2009 से 31 अगस्त 2010 के बीच हुआ. इस दौरान लाटरी की टिकटों में धांधली की गई और उसके इनाम को बढ़ा चढ़ा कर दिखाया गया. सिक्किम सरकार को इस धांधली बाजी में अरबों का नुकसान हुआ. बाद में इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंप दी गई और सीबीआई ने इस मामले की जांच के बाद अपना आरोप पत्र सीबीआई की विशेष अदालत के सामने पेश किया था.
धांधली की रकम को छिपाने के लिए खोली कंपनियां
प्रवतर्न निदेशालय (ED) को जांच के दौरान पता चला कि इन लोगों ने धांधली (Fraud) की रकम (Money) को छुपाने के लिए अनेक कंपनियां (Companies) खोली. इन कंपनियों के नाम पर अलग-अलग जगहों पर संपत्ति (Assets) खरीदी गई. कंपनियों में अलग-अलग पैसे ट्रांसफर (Fund Transfer) किए गए जिससे पैसा कहां से आया इस बारे में पता ना चल सके. आरोपियों की इस चल अचल संपत्ति (Assets) जब्ती के बाद जांच अभी जारी है.
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