राजधानी दिल्ली के हैदरपुर वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट की सुरक्षा में तैनात सिक्किम पुलिस के एक जवान ने अपने ही 3 साथी जवानों की गोली मारकर हत्या कर दी. वारदात सोमवार दोपहर लगभग 3 बजे की है. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी जवान खुद समयपुर बादली थाने पहुंचा, जो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से सटा हुआ है और पुलिस के सामने उसने सरेंडर कर दिया. जिसके बाद इस आरोपी को रोहिणी जिले के केएन काटजू मार्ग थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया है.


रोहिणी जिले के डीसीपी प्रणव तायल का कहना है कि अभी तक की जांच में खुलासा हुआ है कि चारों जवान वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के अंदर बने बैरक में मौजूद थे. उनके बीच कुछ कहासुनी हुई और इसी कहासुनी में आरोपी जवान लांस नायक प्रबीन राय ने अपने साथियों पर राइफल से गोली चला दी.


क्या है मामला


रोहिणी जिले के डीसीपी प्रणव तायल ने बताया कि दो जवानों की मौके पर ही मौत हो गयी थी, जबकि तीसरे जवान ने अंबेडकर अस्पताल पहुंचने से पहले रास्ते में दम तोड़ दिया. मृतक जवानों की पहचान पिंटो नामग्याल भूटिया(मौके पर मृत), धनहंग सुब्बा( अस्पताल में मृत घोषित किया) व इंद्र लाल छेत्री(मौके पर मृत) के रूप में की गई. तीनों शवों को बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल की मोर्चरी में सुरक्षित रखवाए गए हैं.


पत्नी के कॉल न उठाने से था क्रोधित


रोहिणी जिला के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच में ये पता चला है कि प्रबीन राय अपनी पत्नी को फोन कर रहा था लेकिन उसकी पत्नी ने कॉल पिक नहीं किया. इसी बात पर बैरक में मौजूद प्रबीन के साथी जवानों ने कुछ कहा, जिसके बाद उनके बीच कहासुनी हो गयी. बात इतनी बढ़ गयी कि प्रबीन ने अपने साथी जवानों पर असॉल्ट राइफल से गोली चला दी. पुलिस में ये भी बताया कि एक और जवान बैरक में मौजूद था, जो वहां से भाग निकला। पुलिस मामले की जांच कर रही है.


मौके पर पहुंचे सिक्किम के रेजिडेंट कमिश्नर


सिक्किम पुलिस रिज़र्व बटालियन के जवान द्वारा अपनी ही बटालियन के तीन साथी जवानों की हत्या करने की घटना की जानकारी मिलने के बाद सिक्किम के रेसिडेंट कमिश्नर भी हैदरपुर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पहुंचे.


प्लांट के अंदर ही बैरक


हैदरपुर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के अंदर ही सुरक्षा कर्मियों के लिए बैरक बनाया हुआ है. यहां की सुरक्षा सिक्किम पुलिस की रिज़र्व बटालियन के सुपुर्द है. वाटर प्लांट में किसी भी बाहरी व्यक्ति को प्रवेश की अनुमति नहीं है. इस घटना की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने दिल्ली सरकार की फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी(एफएसएल) की टीम को भी बुलाया. एफएसएल टीम ने मौके से जांच के लिए सैम्पल एकत्र किये.