नई दिल्ली: कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते हुए देखने को मिल रहे हैं. दुनिया में हर रोज कोरोना वायरस (कोविड-19) के नए संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो रही है. इस बीच कई देशों में कोरोना वैक्सीन को मंजूरी भी दी जाने लगी है. अब सिंगापुर ने अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर और जर्मन कंपनी बायोएनटेक के जरिए विकसित कोविड-19 के टीके को मंजूरी दे दी है. सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली शेन लांग ने इसका ऐलान किया. उन्होंने बताया कि टीके के पहली खेप इस महीने के अंत तक मिल जाएगी.


सिंगापुर में कोविड-19 की स्थिति के बारे में ली शेन लांग ने टेलीविजन पर दिए संदेश में कहा कि स्वास्थ्य विभाग प्राधिकार ने वैज्ञानिक साक्ष्यों और क्लिनिकल परीक्षण के आंकड़ों का अध्ययन करने के बाद फाइजर-बायोएनटेक के टीके को मंजूरी दे दी है. ली ने यह भी बताया कि आगामी महीनों में इस महामारी से बचाव के लिए अन्य वैक्सीन के आने की संभावना है और अगर सब कुछ योजना के मुताबिक चलता है तो अगले वर्ष की तीसरी तिमाही तक देश में सभी के लिए पर्याप्त टीके होंगे.


प्रधानमंत्री ली ने कहा, 'टीकाकरण करवाने के इच्छुक हर व्यक्ति को अगले साल के अंत तक यह मिल जाना चाहिए.' उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने चिकित्सकों और विशेषज्ञों की एक समिति गठित की है जो टीकाकरण संबंधी रणनीति के बारे में सुझाव देगी. ली ने यह भी बताया कि पैनल ने यह प्रस्ताव भी दिया है कि पूरी वयस्क आबादी का टीकाकरण होना चाहिए हालांकि इसे स्वैच्छिक रखा जाए. प्रधानमंत्री ली ने कहा कि सिंगापुर के सभी लोगों के लिए टीकाकरण फ्री होगा.


सिंगापुर में कितने केस?


वहीं फाइजर की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी देने के साथ ही सिंगापुर एशिया में किसी कोरोना वैक्सीन को मंजूरी देने वाला पहला देश बन गया है. बता दें कि सिंगापुर में अब तक कोरोना वायरस के 58 हजार से ज्यादा संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. हालांकि आंकड़ों के मुताबिक सिंगापुर में फिलहाल 100 से भी कम एक्टिव कोरोना वायरस के मरीज हैं.


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