Singapore Investment in India: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार (4 सितंबर) को दो दिवसीय यात्रा पर सिंगापुर पहुंचे. उनके सिंगापुर में लैंड होने से पहले ही इस छोटे से देश से भारत के लिए बड़ी खुशखबरी आ गई. दरअसल, सिंगापुर की ग्लोबल रियर एसेट मैनेजर कैपिटललैंड इन्वेस्टमेंट ने बुधवार को कहा कि उसका टारगेट भारत में मैनेजमेंट के तहत अपने फंड को 2028 तक 7.4 बिलियन सिंगापुर डॉलर (लगभग 45000 करोड़ रुपये) से दोगुना से ज्यादा करने का है.
रियल एस्टेट इंवेस्टमेंट मैनेजर ने कहा कि कंपनी ने 2028 तक 200 बिलियन सिंगापुर डॉलर का 'फंड अंडर मैनेजमेंट' का ग्लोबल टारगेट रखा है, जिसमें भारत में किया जाने वाला निवेश भी शामिल होगा. कंपनी के सीईओ ली ची कून ने कहा, "बेहतरीन रियल एस्टेट के लिए ग्लोबल कॉर्पोरेशन और निवेशकों की तरफ से जबरदस्त मांग उठ रही है." कून ने कहा कि कंपनी भारत में नवीकरणीय ऊर्जा और रियल एस्टेट प्राइवेट क्रेडिट क्षेत्रों में प्रवेश करने के अवसर भी तलाशेगी.
भारत में 30 साल से काम कर रही सिंगापुर की कंपनी
कैपिटललैंड इन्वेस्टमेंट ने 30 साल पहले भारतीय बाजार में एंट्री की. इसने अपना पहला आईटी पार्क बेंगलुरू में बनाया, जिसे आज 'इंटरनेशनल टेक पार्क बेंगलुरू' (आईटीपीबी) के तौर पर जाना जाता है. इसके बाद से ही कैपिटललैंड इन्वेस्टमेंट ने देशभर में 14 बिजनेस और आईटी पार्क बनाए हैं, जो 2.35 करोड़ स्वक्वायर फीट एरिया में फैले हुए हैं. ज्यादातर आईटी पार्क बेंगलुरू, चेन्नई, हैदराबाद, पुणे, मुंबई और गुरुग्राम जैसे बड़े शहरों में मौजूद हैं, जहां आज के समय 2.5 लाख लोग काम करते हैं.
पीएम मोदी सिंगापुर में किन मुद्दों पर बात करेंगे?
प्रधानमंत्री मोदी पांचवीं बार सिंगापुर के दौरे पर पहुंचे हैं. वह यहां पर प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग से मुलाकात करेंगे. पीएम मोदी ने कहा था कि वह सिंगापुर में अडवांस्ड मेन्युफैक्चरिंग, डिजिटलीकरण और सतत विकास के नए क्षेत्रों में दोनों देशों की भागीदारी बढ़ाने पर चर्चा करेंगे. प्रधानमंत्री सिंगापुर के बिजनेसमैन से भी मुलाकात करने वाले हैं और देश के सेमीकंडक्टर सेक्टर से जुड़े लोगों के साथ चर्चा करेंगे. साथ ही द्विपक्षीय रिश्तों को प्रगाढ़ करने पर भी चर्चा होने वाली है.
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