Singhu border murder case: सिंघु बॉर्डर पर लखबीर सिंह नामक युवक की निर्मम हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए तीन अन्य आरोपियों निहंग नारायण सिंह, भगवंत सिंह व गोविंद प्रीत सिंह को आज सोनीपत पुलिस ने अदालत के समक्ष पेश किया. पुलिस ने इन तीनों से पूछताछ के लिए अदालत से 14 दिन की पुलिस रिमांड देने की मांग की. सरकारी वकील अनुज मलिक ने बताया कि अदालत ने इन तीनों आरोपियों को 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है.
क्या दलील दी पुलिस ने
सोनीपत पुलिस ने अदालत के समक्ष यह कहा कि इन तीनों ही आरोपियों को लखबीर सिंह की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है. तीनों से पूछताछ करनी है. खून से सने हुए कपड़े बरामद करने हैं. इसके अलावा वारदात में प्रयुक्त हथियारों का भी पता लगाना है. इन तीनों से पूछताछ में अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाए हैं, इसलिए इनकी पुलिस रिमांड की आवश्यकता है. तीनों को ही पंजाब व अन्य जगहों पर लेकर जाना है, क्योंकि इन तीनों का कहना है कि इस वारदात में शामिल अन्य सह आरोपियों को ये लोग नाम से नहीं जानते हैं. उन्हें चेहरे से पहचानते हैं. इन तीनों से पहले सरबजीत सिंह नामक एक अन्य निहंग को भी गिरफ्तार किया गया था. उसके साथ इन तीनों को बैठाकर पूछताछ करनी है, ताकि उस रात घटना कैसे हुई, किन परिस्थितियों में हुई सब स्पष्ट हो सके. पुलिस ने उक्त दलील देते हुए इन तीनों आरोपियों की 14 दिन की पुलिस रिमांड मांगी.
कुछ देर ऑर्डर रिज़र्व रखने के बाद 6 दिन की पुलिस रिमांड दी
अदालत ने पुलिस की सभी दलीलों को सुनने के बाद कुछ देर के लिए यह अपना ऑर्डर रिजर्व रखा और फिर तीनों ही आरोपियों को 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया. इसके साथ ही तीनों को अपने वकील से प्रतिदिन 1 घंटे की मुलाकात की इजाजत भी दी.
सरबजीत को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा था
ज्ञात रहे कि इस मामले में सबसे पहले सरबजीत सिंह नामक निहंग को गिरफ्तार किया गया था, जिसने गुरुवार रात को सिंघु बॉर्डर पर कुंडली थाना पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था. सरबजीत को शुक्रवार को सोनीपत अदालत में पेश किया गया था. अदालत ने उसे 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा था.
अमृतसर और कुंडली में किया था तीनों ने आत्मसमर्पण
लखबीर सिंह हत्या मामले में शुक्रवार को पहले निहंग नारायण सिंह ने अमृतसर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया. उसके बाद रात को निहंग भगवंत सिंह व गोविंद प्रीत सिंह ने सिंघु बॉर्डर पर कुंडली मे आत्मसमर्पण किया. नारायण सिंह को तड़के ही अमृतसर से सोनीपत लाया गया था. अदालत में पेशी के बाद बाहर निकलते हुए पुलिस की गाड़ी में बैठने से पहले नारायण सिंह ने हाथ उठाकर जयकारा भी लगाया.
अब भोपाल में हिट एंड रन का मामला, दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान भीड़ में घुसी तेज रफ्तार कार