Singhu Border: सिंधू बार्डर पर एक युवक की हत्या की घटना पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि ये जो भी षड्यंत्र है वो सरकार की देन है. उन्होंने कहा,''जो घटना हुई है, इसका किसान आंदोलन से कोई संबंध नही है. ये जो भी षड्यंत्र है वो सरकार की देन है. माहौल खराब कराने के लिए ये जानबूझ कर करवाया गया है. किसान आंदोलन में निहंग सिखों की अभी जरूरत नही है. जब जरुरत होगी तब बुलाएगें.''
क्या है पूरा मामला
दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन स्थल पर एक शख्स की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. इस मामले में शनिवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिन्हें आज यानी रविवार को सोनीपत कोर्ट में पेश किया गया. जहां से इन तीनों आरोपियों को 6 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा दिया गया है. बता दें कि शनिवार रात को पुलिस ने सिंघु बॉर्डर से दो आरोपी भगवंत सिंह और गोविंद प्रीत सिंह को हिरासत में लिया था, जबकि शनिवार शाम अमृतसर से एक आरोपी नारायण सिंह को पकड़ा गया था.
वहीं, इस मामले में शुक्रवार को पहला आरोपी सरबजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया था. सरबजीत सिंह ने घटना के कुछ घंटे बाद खुद सरेंडर किया था. सरबजीत को शनिवार को 7 दिनों की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है. बता दें कि सोनीपत पुलिस ने कोर्ट में ये खुलासा किया था कि आरोपी सरबजीत से पूछताछ में 4 नाम सामने आए थे जो इस वारदात में शामिल थे. इसके अलावा सरबजीत सिंह ने पूछताछ में पुलिस को ये भी बताया था कि अन्य लोग जो इस वारदात में शामिल हैं, उन्हें वह चेहरे से पहचानता है.
शनिवार शाम को अमृतसर से हिरासत में लिए गए दूसरे आरोपी नारायण सिंह ने दावा किया था कि उसने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था. उसने दावा किया कि अमृतसर आने से पहले उसने अमृतसर ग्रामीण के एसएसपी को फोन कर बताया कि वह सरेंडर करना चाहता है. नारायण सिंह ने दावा किया कि उसने एसएसपी से अकाल तख्त जाने की अनुमति देने के लिए कहा था, लेकिन पुलिस ने उसे अमृतसर शहर से 25 किलोमीटर दूर जंडिला शहर के पास अमरकोट गांव में हिरासत में ले लिया. पुलिस ने बताया कि सिखों के निहंग से संबंधित नारायण सिंह को अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने अमृतसर जिले के जंडियाला गुरु के पास अमरकोट गांव राख देवीदास पुरा से गिरफ्तार किया है.
अपनी गिरफ्तारी से पहले मीडिया से बात करते हुए नारायण सिंह ने कहा था, "लखबीर सिंह को कथित तौर पर बेअदबी के लिए दंडित किया गया. लखबीर सिंह की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी. पंजाब में बरगारी बेअदबी कांड के आरोपी को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है, लेकिन अब अगर कोई ऐसा जघन्य अपराध करता है, तो उसे मौके पर ही सजा दी जाएगी." पुलिस हिरासत में लिए जाने के दौरान नारायण सिंह की पत्नी परमजीत कौर मौजूद थीं. कौर ने कहा, "उन्हें अपने पति पर गर्व है, क्योंकि उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के लिए दोषी व्यक्ति को दंडित किया है. अगर कोई ऐसा जघन्य अपराध करता है, तो अब मैं उसे सजा दूंगी."
गौरतलब है कि पंजाब के तरनतारन जिले के मजदूर लखबीर सिंह का शव शुक्रवार को सिंघु बॉर्ड पर एक बैरिकेड से बंधा हुआ पाया गया था जहां नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे लोग डेरा डाले हुए हैं. सिंह का एक हाथ कटा हुआ था और शरीर पर धारदार हथियारों के कई घाव के निशान पाए गए थे.
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