सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों और आम लोगों में झड़प, पुलिस ने फोटो जारी कर कहा- देखिए कैसे SHO पर हुआ हमला
सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों और स्थानीय लोगों के बीच आज झड़प हो गई. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने बल का प्रयोग किया. इस दौरान दिल्ली पुलिस के एक एसएचओ घायल हो गए.

नई दिल्ली: दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. इस बीच आज दिल्ली-हरियाणा के सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों और स्थानीय निवासी के बीच आज झड़पें हो गईं. भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े.
झड़प के दौरान दिल्ली पुलिस के अलीपुर थाना प्रभारी (एसएचओ) प्रदीप पालीवाल घायल हुए हैं. इस समय सिंघू बॉर्डर पर शांति जरूर है लेकिन तनाव बरकरार है. सिंघू बॉर्डर पर लाठी से लैस स्थानीय लोग बड़ी संख्या में अभी भी जमा हैं. किसानों के टेंट से दूर हैं लेकिन इन्हें पुलिस हटा भी नहीं रही है. सिंघू बॉर्डर पर झड़प के बाद इस जगह को एक तरह से किले में तब्दील कर दिया गया है. यहां खास चौकसी बरती जा रही है.
दिल्ली पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से फोटो जारी किया है और इसके साथ लिखा कि देखिए एसएचओ पर किस तरह हमला किया गया. इस फोटो को दिल्ली पुलिस ने पीएमओ, गृहमंत्रालय, दिल्ली के उपराज्यपाल और पुलिस कमिश्नर को टैग किया
दिल्ली पुलिस ने कहा, ''अलीपुर के एसएचओ सिंघू बॉर्डर प्रदर्शन स्थल पर आंदोलनकारी किसानों और स्थानीय लोगों के बीच हुई झड़प के दौरान बीच-बचाव करने गए थे. इस तरह से SHO के साथ मारपीट की गई. उनके हाथ में गंभीर चोटें आई हैं. शांति बहाल हो गई है. कानूनी कार्रवाई शुरू की जा रही है.''
SHO Alipur, Delhi intervenes between rioting protestors (MKSC faction) and local Singhu villagers, who had gone to register their protest against the happenings on Republic Day-2021 and continued loss of ordinary livelihoods for over two months.. @CPDelhi @LtGovDelhi@PMOIndia pic.twitter.com/mHRtduL6q0
— #DilKiPolice Delhi Police (@DelhiPolice) January 29, 2021
खुद को स्थानीय लोग बता रहे लोगों का कहना था कि किसान सिंघू सीमा पर प्रदर्शन स्थल को खाली करें क्योंकि उनके मुताबिक गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया.
स्थानीय लोगों का समूह हाथों में डंडे लिए प्रदर्शन स्थल पर पहुंचा और किसानों के खिलाफ नारे लगाते हुए उनके वहां से जाने की मांग करने लगा. दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव भी किया.
गाजीपुर बॉर्डर
वहीं गाजीपुर बॉर्डर पर भी किसान डटे हैं. भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में यहां लोग पिछले करीब दो महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रशासन की चेतावनी के बाद बीकेयू ने साफ कर दिया है कि आंदोलन खत्म नहीं होगा.
बीकेयू के आह्वान पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, बागपत, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद और बुलंदशहर जिलों से बड़ी संख्या में किसान गाजीपुर पहुंचे हैं. यहां सुरक्षाबलों की संख्या को कम किया गया है. गुरुवार की रात को गाजीपुर में यूपी गेट पर आमना-सामने होने की स्थिति बन गई थी. बृहस्पतिवार शाम को प्रदर्शन स्थल पर बार-बार बत्ती गुल हुई थी.
दिल्ली की टिकरी, सिंघू और गाजीपुर की सीमाओं पर दिल्ली पुलिस के कर्मियों के साथ अर्द्धसैन्य बलों को भी तैनात किया गया है. यहां कई रास्ते बंद हैं. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ट्वीट कर बताया, ‘‘गाजीपुर सीमा बंद है. सिंघू, औचंडी, मंगेश, साबोली, पीयू, मनियारी सीमाएं भी बंद हैं.’’
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