(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
22 साल बाद भारत से अपने देश पाकिस्तान लौटे शख्स को परिवार ही कहने लगा काफिर, इस हालत में बिता रहा जिंदगी
Pakistani Man Siraj Muhammad Khan Tragic Story: सिराज ने मुंबई में एक मैरिज हॉल में काम करना शुरू किया. वहां उनकी मुलाकात साजिदा से हुई. दोनों ने शादी कर ली और 2009 में सिराज भारतीय नागरिक बन गए.
Pakistani Man Siraj Muhammad Khan Tragic Story: भारत और पाकिस्तान की सरहदें कई दशक पहले बांट दी गई थीं, लेकिन इसकी टीस आज भी कई लोगों के मन में है. इसी बीच पाकिस्तान के सिराज मोहम्मद खान की कहानी चर्चा में है. सिराज खान 1996 में केवल 10 साल की उम्र में गलत ट्रेन में चढ़कर भारत चले आए थे. भारत आने के बाद करीब 22 साल तक भारत में रहे. उन्होंने मुंबई की एक महिला साजिदा से निकाह भी किया लेकिन अब भारत और पाकिस्तान की बीच खींची रेखा उनकी निजी जिंदगी में भूचाल ले आया है.
कैसे भारत आए?
सिराज मुहम्मद खान 38 साल के हैं. पिछले 6 साल से वह भारत से वापस लौटकर उत्तरी खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत के बट्टाग्राम में अपने परिवार के साथ रह रहे हैं. वह अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ एक किराए के कमरे में रहते हैं. उनकी पत्नी भारतीय हैं और साल 2022 में उन्हें पाकिस्तान से वापस भेज दिया गया था और अब उनका परिवार वहां वीजा के सहारे रह रहा है लेकिन वीजा की अवधि भी सितंबर में खत्म हो रही है.
साल 1991 में वह पहली बार ट्रेन में सवार हुए, तो उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि वह एक दूसरे देश में आ रहे हैं. इमिग्रेशन प्रक्रिया भी तब इतनी सख्त नहीं थी कि वह आसानी से दिल्ली पहुंच गए. दिल्ली में एक व्यक्ति ने उनकी मदद की, लेकिन जब वह गुजरात पहुंचे, तो स्थानीय पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. सिराज को अहमदाबाद के एक बाल गृह में भेजा गया, जहां उन्होंने तीन साल बिताए. इसके बाद, उन्होंने वहां से भागकर मुंबई का रुख किया और वहां धीरे-धीरे जीवन यापन करना सीखा.
पाकिस्तान में परिवार कहता है काफिर
सिराज ने मुंबई में एक मैरिज हॉल में काम करना शुरू किया, जहां उन्होंने खाना बनाना सीखा. वहां उनकी मुलाकात साजिदा से हुई, और दोनों ने 2005 में शादी कर ली. 2009 में सिराज भारतीय नागरिक बन गए, और इसके बाद उन्होंने पाकिस्तान में अपने परिवार को देखने की इच्छा व्यक्त की. लेकिन जब उन्होंने पाकिस्तानी नागरिकता का प्रमाण प्रस्तुत किया, तो उन्हें अवैध रूप से सीमा पार करने के आरोप में जेल भेज दिया गया.
सिराज 2018 में पाकिस्तान लौटे, लेकिन उन्हें अपने परिवार का समर्थन नहीं मिला. अब, छह साल के बाद भी सिराज अपने परिवार के साथ खुश नहीं हैं. सिराज का परिवार उन्हें काफिर कहता है. उनका परिवार चाहता है कि वह अपनी भारतीय पत्नी को छोड़ दे. साजिदा ने 2022 में उन्होंने भारत लौटने का फैसला कर लिया था. हाल ही में, साजिदा और उनके बच्चे फिर से पाकिस्तान आए, लेकिन अब उनका भविष्य वीजा पर निर्भर है. सिराज और साजिदा ने कई पत्र भेजे हैं, लेकिन दोनों देशों के बीच के तनाव ने उनकी स्थिति को और जटिल बना दिया है. इस तरह, सिराज का परिवार अनिश्चितता में जी रहा है.
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