Prajwal Revanna Case: प्रज्वल रेवन्ना का होगा पोटेंसी टेस्ट, SIT कराएगी जांच, सूत्रों का दावा
Prajwal Revanna Case: जेडीएस के निलंबित सांसद प्रज्वल रेवन्ना की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही है. मेडिकल जांच के बाद शुक्रवार को विशेष अदालत ने उन्हें छह दिन की कस्टडी में भेजा है.
Prajwal Revanna Potency Test: महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न के आरोपी निलंबित जेडीएस नेता प्रज्वल रेवन्ना को शुक्रवार (31 मई) को गिरफ्तार किया गया. कर्नाटक पुलिस की एसआईटी ने उन्हें कैम्पेगोड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया. न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक प्रज्वल रेवन्ना के वीडियो की जांच के लिए कर्नाटक सरकार की ओर से गठित एसआईटी प्रज्वल का पोटेंसी टेस्ट कराने की योजना बना रही है.
क्यों होता है पोटेंसी टेस्ट?
पोटेंसी टेस्ट यह पता लगाने के लिए किया जाता है कि क्या कोई व्यक्ति यौन उत्पीड़न करने में सक्षम है या नहीं. प्रज्वल रेवन्ना को गिरफ्तार करने के बाद शुक्रवार (31 मई) को उन्हें मेडिकल जांच के लिए बेंगलुरु के बॉरिंग एंड लेडी कर्जन अस्पताल लाया गया. इसके बाद विशेष अदालत ने प्रज्वल को छह दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया. इस दौरान उनके वकील को रोज सुबह एक घंटे के लिए उनसे मिल सकते हैं.
एसआईटी करेगी पूछताछ
हसन सांसद पर सैकड़ों महिलाओं की ओर से यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं. प्रज्वल रेवन्ना अपने लोकसभा क्षेत्र में मतदान के दिन बाद 27 अप्रैल को अपने राजनयिक पासपोर्ट का इस्तेमाल करके जर्मनी भाग गए थे. प्रज्वल का सामान पहले ही जब्त कर लिया गया है. अब उनसे जर्मनी में ठहरने और यात्रा के दौरान उनके संपर्क में आए लोगों के बारे में पूछताछ की जाएगी.
किन-किन मामलों में दर्ज है मामला
भारत आने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में प्रज्वल रेवन्ना ने कहा कि वह कानून का सामना करने के लिए तैयार हैं. कर्नाटक एसआईटी ने इस मामले में प्रज्वल की मां भवानी रेवन्ना को भी एक जून को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है. जेडीएस के निलंबित प्रज्वल रेवन्ना पर आईपीसी की धारा 354A के तहत यौन उत्पीड़न, 354D के तहत पीछा करना, 506 के तहत आपराधिक धमकी और 509 के तहत महिला की मर्यादा का अपमान के आरोप में केस दर्ज किया गया है.
ये भी पढ़ें : Lok Sabha Elections 2024: एग्जिट पोल पर चर्चा का हिस्सा नहीं बनेगी कांग्रेस, जानें इनकार की क्या बताई वजह