(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
एसआईटी ने तीन घंटे तक की पूछताछ, आजम खान ने यूपी सरकार को कहा 'शुक्रिया'
अखिलेश यादव की सरकार में आज़म खान सबसे ताकतवर मंत्री थे. उन पर नगर विकास विभाग में तेरह सौ भर्तियों में गड़बड़ी करने के आरोप हैं. शिकायतें मिलने के बाद योगी सरकार ने इसकी जांच के आदेश दे दिए थे.
लखनऊ: यूपी के पूर्व मंत्री आज़म खान सोमवार को स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम यानी एसआईटी के सामने पेश हुए. पुलिस ने उनसे तीन घंटे तक पूछताछ की. अखिलेश यादव की सरकार में आज़म खान पर पैसे लेकर इंजीनियरों को नौकरी देने के आरोप हैं. ठीक सुबह 11 बजकर 20 मिनट पर वे एसआईटी के ऑफिस पहुंच गए. उनसे पहले उनके जमाने में नगर विकास विभाग में सचिव रहे एसके सिंह भी पहुंच गए थे. दोनों को सामने बैठा कर पूछताछ हुई. ये पूछताछ तीन घंटे तक चली.
अखिलेश यादव की सरकार में आज़म खान सबसे ताकतवर मंत्री थे. उन पर नगर विकास विभाग में तेरह सौ भर्तियों में गड़बड़ी करने के आरोप हैं. शिकायतें मिलने के बाद योगी सरकार ने इसकी जांच के आदेश दे दिए थे. आज़म खान इसके लिए बीजेपी को शुक्रिया कह रहे हैं. एसआईटी ऑफिस से बाहर निकलते हुए वे बोले, "इस सरकार ने तो मुझे चोरों की लाइन में ला कर खड़ा कर दिया है इसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं."
अखिलेश सरकार में आज़म खान कई विभागों के मंत्री थे. उनके पास नगर विकास से लेकर संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक विभाग जैसे मंत्रालय थे. जल निगम में इंजीनियर से लेकर क्लर्क तक की 1300 भर्ती हुई थीं. असिस्टेंट इंजीनियर के 122, जूनियर इंजीनियर के 853, क्लर्क के 353 और स्टेनो के 32 पदों पर नौकरियां दी गयी थीं. आज़म खान पर आरोप लग रहे हैं कि इसमें पैसे से लेकर भाई-भतीजावाद तक चला. अखिलेश राज में बने गोमती रिवरफ्रंट से लेकर यूपी लोक सेवा आयोग में हुई भर्तियों की जांच चल रही है.