माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने देश की अर्थव्यवस्था के बारे में आज प्रधानमंत्री मोदी के विस्तृत वक्तव्य पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उनके दावों को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया. आर्थिक मंदी के बारे में मोदी के दावे को गलत बताते हुए उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में मंदी का दौर सिर्फ एक तिमाही से नहीं है बल्कि यह दौर पिछली छमाही से जारी है.
येचुरी ने ट्वीट कर कहा ‘‘पीएम के जुमालानोमिक्स भाषण में आरबीआई के जीवीए अनुमान को 6.7 प्रतिशत से उन्होंने बदल कर 7.7 प्रतिशत कर दिया.
भाषण में उनके द्वारा पेश आंकड़ों पर आप कैसे विश्वास कर सकते हैं.’’ उन्होंने अर्थव्यवस्थ के हर मोर्चे पर सब कुछ ठीक होने के मोदी के दावों पर सवाल पूछा कि नोटबंदी से हुयी तबाही तथा जीएसटी के कुप्रबंधन या अप्रत्यक्ष कर की ऊंची दर से हुये नुकसान के लिये कौन जिम्मेदार है.
इतना ही नहीं येचुरी ने मोदी को बेरोजगारी के मामले में भी घेरते हुये पूछा कि आपने रोजगार के 10 करोड़ नये अवसर मुहैया कराने का वादा किया था जबकि भारत में लोग अपनी नौकरियां गंवा रहे हैं.
किसानों की बदहाली का जिक्र करते हुये येचुरी ने कहा कि अपना वाजिब हक मांगने वाले किसानों को गोली मारी जा रही है जबकि सांठगांठ करने वाले पूंजीपतियों का कर्ज आसानी से माफ हो जाता है.