नई दिल्ली: रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और रूसी उप प्रधानमंत्री दमित्री रोगोजिन ने विस्तृत बातचीत की जिसमें द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा संबंधों को आगे और मजबूत बनाने पर जोर दिया गया. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दोनों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत के दौरान भारत और रूस के रक्षा संबंध के कई पहलुओं पर चर्चा हुई.
रक्षा मंत्री ने घरेलू रक्षा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की ओर से उठाए गए कदमों के बारे में रोगोजिन को जानकारी दी. उन्होंने बताया रूसी कंपनियां सुधार के कदमों का फायदा उठा सकती हैं और रक्षा उपकरणों के विनिर्माण के लिए टेक्नोलॉजी को साझा कर सकती हैं.
भारत के लिए रूस हथियारों और गोला-बारूद का बड़ा आपूर्तिकर्ता रहा है. बहरहाल, सशस्त्र बलों की यह पुरानी शिकायत रही है कि रूस के महत्वपूर्ण पुर्जों और उपकरणों की आपूर्ति में काफी समय लगता है जिससे रखरखाव का काम प्रभावित होता है.
बैठक में दोनों देशों ने रूस की ओर से भारत को कई सैन्य प्रणाली की आपूर्ति स्थिति की समीक्षा की. रूस के उप-प्रधानमंत्री रोगोजिन एक दिन के दौरे पर भारत पहुंचे.