किसान आंदोलन में कुछ नेताओं को थी महिला कार्यकर्ता के यौन उत्पीड़न की जानकारी, अब संयुक्त किसान मोर्चा करेगा जांच
टिकरी बॉर्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन के दौरान पश्चिम बंगाल से आई युवती के साथ रेप हुआ है. जिसकी बाद में हरियाणा के एक निजी अस्पताल में कोविड-19 के कारण मृत्यु हो गई. अब संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) इस आरोपों की जांच करेगा कि उसके कुछ नेताओं को टीकरी बॉर्डर प्रदर्शन स्थल पर एक महिला कार्यकर्ता की कथित यौन उत्पीड़न के बारे में जानकारी थी.
नई दिल्लीः संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने सोमवार को कहा कि वह इस आरोपों की जांच करेगा कि उसके कुछ नेताओं को टीकरी बॉर्डर प्रदर्शन स्थल पर एक महिला कार्यकर्ता की कथित यौन उत्पीड़न के बारे में जानकारी थी, जिसकी बाद में हरियाणा के एक निजी अस्पताल में कोविड-19 के कारण मृत्यु हो गई.
हम जांच करेंगे
किसान नेता योगेंद्र यादव ने एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमने टेलीविजन पर यह खबरें देखी हैं कि टीकरी बॉर्डर पर कुछ किसान नेताओं को उत्पीड़न के बारे में जानकारी थी और उन्होंने कोई कदम नहीं उठाया. हम वर्तमान में इन खबरों की पुष्टि नहीं कर सकते, लेकिन हम आपको आश्वासन देते हैं कि हम इन आरोपों की जांच करेंगे और कड़ी कार्रवाई करेंगे."
महिलाओं के खिलाफ हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने उन खबरों को लेकर रविवार को कहा था कि वह महिलाओं के खिलाफ हिंसा को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करता है, जिसमें कहा गया था कि पश्चिम बंगाल की रहने वाली महिला कार्यकर्ता का यौन उत्पीड़न किया गया था.
यादव ने कहा कि किसानों के संगठन को कथित उत्पीड़न के बारे में तब पता चला जब पीड़ित के पिता, जो संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे, 2 मई को उनसे मिलने आए. उन्होंने कहा, ‘‘पिता 29 अप्रैल को दिल्ली पहुंचे और महिला से मिले जिसकी हालत गंभीर थी. महिला ने निधन से पहले उसके बारे में बताया, महिला का 30 अप्रैल को निधन हो गया.’’
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