असम: बाढ़ के हालात में थोड़ा सुधार, 11 जिलों के 2 लाख 72 हजार लोग प्रभावित, मरने वालों की संख्या 10 हुई
असम में ब्रह्मपुत्र और इसकी सहायक नदियां उफान पर हैं. हालात ये है कि लाखों लोगों को बाढ़ से जान बचाने के लिए अपना घर बार छोड़ना पड़ा है. कई लोगों की जान भी जा चुकी है. असम में 11 जिलों के 321 गांव के 2 लाख 72 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं.
गुवाहाटी: असम में बाढ़ के हालात में बुधवार को थोड़ा सुधार हुआ. बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में एक व्यक्ति की मौत होने से मरने वालों की संख्या बढ़ कर 10 हो गई है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार (एएसडीएमए) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार गोलपाड़ा जिले के लखीपुर में एक व्यक्ति की मौत हो गई. इसके अलावा गोलपाड़ा,नागांव,होजई और कछार जिलों के कम से कम 1.45लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं.
बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित गोलपाड़ा जिला है जहां 1.16 लाख लोग मुसीबत का सामना कर रहे हैं. इसके बाद होजई में 22,500 से अधिक और नागांव में 5,650 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. मंगलवार तक तीनों जिलों में करीब 1.56 लाख लोग प्रभावित थे.
एएसडीएमए ने कहा कि एसडीआरएफ ने पिछले 24 घंटे में गोलपाड़ा में छह लोगों को बचाया है.एएसडीएमए ने कहा कि वर्तमान में 212 गांवों में पानी भरा है और 22,718 हेक्टेयर फसल क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है. इसने कहा कि अधिकारी तीन जिलों में 21 राहत शिविर और वितरण केंद्र चला रहे हैं, जहां वर्तमान में 2,913 लोग शरण लिए हुए हैं.
नागांव, करीमगंज और चिरांग जिलों में विभिन्न जगहों पर सड़कें और कई अन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है.
असम के 33 जिलों में से 11 जिले बाढ़ से प्रभावित असम स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के मुताबिक इस वक्त असम के 33 जिलों में से 11 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. ये जिले हैं लखीमपुर, धेमाजी, नगांव, बारपेटा, होजई, दरंग, नलबाड़ी, डिब्रूगढ़, गोलपारा, पश्चिम कार्बी आंगलोंग, और तिनसुकिया. असम में राज्य सरकार पांच जिलों में 57 राहत शिविर और वितरण केंद्र चला रही है, जहां 16 हजार से ज्यादा लोग शरण लिए हुए हैं.
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